देश में कोरोना वायरस (coronavirus) के मामले 91 लाख के पार हो चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में पिछले 24 घंटों में 44,059 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 91,39,865 हो चुकी है. इसके साथ ही देश के कई राज्यों में एक बार फिर से कोरोना का कहर बढ़ने लगा है. राजस्थान में दीवाली के त्योहार के बाद कोरोना विस्फोट देखने को मिल रहा है. राजस्थान के एक मात्र कोविड चिकित्सालय में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. 1200 बेड वाले इस अस्पताल में 70 प्रतिशत बेड भर चुके हैं.
जयपुर और जोधपुर एक बार फिर से कोरोना हॉटस्पॉट बनता जा रहा है. पिछले लगातार तीन दिनों से 3000 से अधिक मामले राजस्थान में दर्ज किए जा रहे हैं. हालांकि बाजारों में लोगों की काफी भीड़़ देखी जा रही है जिस कारण यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में संक्रमितों की संख्या और अधिक बढ़ेगी. शादी का सीजन होने के कारण लोग खरीददारी के लिए बाहर निकल रहे हैं.
लोग ज्यादा इकठ्ठा न हो इसलिए राज्य सरकार ने नाईट कर्फ्यू लगा दिया है. सरकार की तरफ से रेस्टोरेंट और बाजार को भी 7 बजे तक बंद करने का निर्देश जारी किया गया है. हालांकि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग कह रहे है की सरकार के इस कदम से विपरीत असर पड़ सकता है.
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Reported by: भाषा, Written by: मोहित चतुर्वेदीसन 2020 की गर्मियों में जब पूरी दुनिया कोरोनो वायरस महामारी के कारण ठहर गई थी. तब भारतीय मूल की डॉक्टर कुलविंदर कौर गिल ने सरकार की ओर से लगाए गए लॉकडाउन और टीकाकरण के आदेश के खिलाफ बात की थी. लेकिन उनके इस रुख के चलते उन्हें चिकित्सा संस्थानों की ओर से मुकदमों और एक्स (ट्विटर) के पिछले प्रबंधन द्वारा सेंसरशिप का सामना करना पड़ा.
पहले, एक दिन में COVID-19 के 750 मामले रिपोर्ट हो रहे थे, जो अब 200 के नीचे पहुंच गए हैं. वहीं एक्टिव मामले जो 4500 के करीब जा पहुंचे थे, अब 2800 के आसपास ही हैं.
WHO ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता कोरोना (Coronavirus JN.1) के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ा दी है. दुनियाभर में इसी वेरिएंट की मौजूदगी सबसे ज़्यादा पाई गई. वहीं संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होनो वालों की तादाद भी 42 % बढ़ गई.
अधिकारियों ने कहा कि देश में संक्रमण के मामले बढ़ने और जेएन.1 उपस्वरूप के मामलों की पुष्टि होने के बावजूद तत्काल चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि अधिकतर संक्रमित मरीजों ने घर पर रहकर उपचार का विकल्प चुना है और उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं.
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संतोष सुखदेव ने एक आधिकारिक आदेश में कहा, "जिले में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर कोविड-19 के प्रसार पर अंकुश पाने के लिए एहतियाती कदमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया जाता है."
अब तक दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के जेएन.1 सब-वैरिएंट के मामले सामने आये हैं.