कोरोनावायरस महामारी ने जिंदगी और जीविका दोनों को प्रभावित कर दिया. प्रवासी मजदूरों पर इनका पूरा असर पड़ रहा है. लेकिन इनसे भी ज्यादा परेशान हैं इनके और दूसरे इलाकों में रहने वाले गरीब और वंचित बच्चे. इन बच्चों पर मानों की आफत टूट पड़ी. सेव द चिंल्ड्रन ने इनकी मदद का बीड़ा उठाया है. 10 हजार परिवारों और करीब 25 हजार बच्चों तक मदद पहुंचाई जा रही है.