इंडियन ओशियन के राहुल राम ने का कहना है कि हम विकास की भागदौड़ में बच्चों और आदिवासियों को भूल गए हैं,संक्रमण के इस दौर में बच्चों के लिए जो भी काम किया जाए वो तारीफ के काबिल है, आजकल जब बच्चे जब हमें सड़कों पर देखते हैं तो वह खाने की उम्मीद करते हैं.