सलाम बालक ट्रस्ट के फाउंडर ट्रस्टी संजॉय रॉय का कहना है कि इस कठिन समय में इन बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों के बारे में बताना जरूरी है. उनका कहना है कि आम नागरिकों की तरह सड़क किनारे रहने वाले इन बच्चों को भी सपने देखने को अधिकार है. लिहाजा हम सब की ये जिम्मेदारी बनती है कि उन्हें वो चीजें मुहैया कराएं जिससे वह अपने सपनों को साकार कर सकें.