रीयल एस्टेट (नियमन एवं विकास) कानून- RERA- को 14 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों ने क्रियान्वित किया है. वहीं 14 अन्य राज्य इन नियमों को अधिसूचित करने की प्रक्रिया में हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी.
केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा है कि वे रियल इस्टेट कानून के तहत नियमों को जल्द अधिसूचित करें जो पहली मई से लागू हो गया है. नायडू ने यह बात तब कही जब केवल 14 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों ने ही ऐसा किया है.
आज जब टीवी देख रहा था तो कुछ इस तरह की पंक्तियां उछल रही थीं कि अब बेईमान बिल्डरों की खैर नहीं. अब नहीं बचेंगे बेईमान बिल्डर. शब्दों से किस तरह टीवी एक नकली हकीकत तैयार करता है ये पंक्तियां उसी की मिसाल हैं. आप बिल्डरों के खिलाफ रात दिन प्रदर्शन कर रहे आम लोगों से पूछिये कि क्या वाकई एक मई से रेरा कानून लागू होने के बाद बिल्डरों की खैर नहीं होगी. उनकी बेईमानी खत्म हो जाएगी.
आवास कंपनियों के प्रवर्तकों और बिल्डरों को कर्ज देने वाले बैंक और वित्तीय संस्थाएं नयी रेरा (RERA) यानी रियल एस्टेट नियममन एवं विकास अधिनियम, 2016 व्यवस्था में असुरक्षित महसूस कर रही हैं और उन्होंने अपने कर्ज़ की सुरक्षा को लेकर सफाई मांगी है. बता दें कि देश के हरक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश को अपनी रेगुलेटरी अथॉरिटी बनानी होगी जो कानून के मुताबिक नियम-कानून बनाएगी. साल 2016 में संसद में पास हुए रियल एस्टेट (नियमन एवं विकास) अधिनियम, 2016 की सभी 92 धाराएं आज से प्रभावी हो रही हैं.
#NDTVRealEstateConclave | NDTV रियल एस्टेट कॉन्क्लेव के दूसरे सेशन "नोएडा VS गुरुग्राम: बेहतर कौन" में जीवीएन के एडिशन सीईओ कपिल सिंह ने कहा कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास औद्योगिक प्राधिकरण का विकास एक सुनियोजित तरीके से हो रहा है.नोएडा में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ जो सुविधाएं हैं उसकी वजह से ही निवेशक यहां ज्यादा आते हैं.हम लोग तकनीक के साथ विकास को बढ़ावा दे रहे हैं. प्रॉपइक्विटी के एमडी समीर जसूजा ने कहा कि गुरुग्राम और नोएडा - किसी भी शहर में अगर रोजगार मिलेंगे तो लोग वहां ज्यादा रहेंगे. इस वजह से ही गुरुग्राम में आज लोग ज्यादा जा रहे हैं. वहीं,जीएमडीए के एडिशनल सीईओ मुनीष शर्मा ने कहा कि गुरुग्राम में आज जो रियल एस्टेट है, उसका श्रेय सरकार की नीतियों को जाता है.
गीतांबर आनंद- सीएमडी एटीएस, राजीव तलवार- एमडी, डीएलएफ़ डेवलपर्स, ऋषि राज- सीओओ, मैक्स एस्टेट्स
मनीष के वर्मा- अडिशनल सीईओ, जीबीएन- कपिल सिंह- अडिशनल सीईओ, जीबीएन, मुनीष शर्मा- अडिशनल सीईओ, जीएमडीए, समीर जसूजा- एमडी, प्रॉपइक्विटी
राजीव कुमार- पूर्व अध्यक्ष, यूपी रेरा, अभिषेक कुमार- सदस्य, केंद्र सलाहकार परिषद, आवास और शहरी विकास मंत्रालय, मनोज गौड़ - राष्ट्रीय अध्यक्ष, (क्रेडाई), हर्ष बंसल- सह-संस्थापक, यूनिटी ग्रुप एंड वेगस मॉल, तरूण भाटिया- पूर्व अध्यक्ष, एनएआर इंडिया
विवेक अग्रवाल- स्क्वैर यार्ड्स के सह-संस्थापक और सीटीओ, सूर्या भाटिया- सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर
हरदीप पुरी - आवास और शहरी विकास मंत्री
हितेन एम.देसाई- हेड, होम ऑटोमेशन, जीएम मॉड्यूलर, अनंत ओहरी- सह-संस्थापक, एलिस्ट टेक्नोलॉजीज