Delhi Pollution: दिल्ली-NCR सहित भारत के कई बड़े शहरों में प्रदूषण लगातार खतरनाक स्तर पर है. राजधानी दिल्ली सहित उसके आस-पास के इलाके में वायु प्रदूषण के कारण कई तरह की सख्त पाबंदियां लगाई गई है. लेकिन इसके बाद भी प्रदूषण का स्तर कम होता नजर नहीं आ रहा है. संसद के शीतकालीन सत्र में प्रदूषण पर चर्चा की मांग की जा रही थी. सरकार ने भी प्रदूषण पर चर्चा के लिए सहमति जता दी थी. लेकिन इसके बाद भी प्रदूषण पर चर्चा नहीं हो सकी. शुक्रवार को संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने के बाद सरकार ने प्रदूषण पर चर्चा नहीं होने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है.
सरकार ने शुक्रवार को विपक्ष पर वायु प्रदूषण के मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं होने देने का आरोप लगाया और कहा कि ‘विकसित भारत-जी राम जी विधेयक' पर चर्चा के दौरान कुछ विपक्षी सांसदों ने ‘अस्वीकार्य व्यवहार' किया. इसके साथ ही सरकार ने कहा कि विपक्षी सांसदों ने यह दिखाया कि वे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी खतरे के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं चाहते थे.
संसद के शीतकालीन सत्र के समापन के बाद पारंपरिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सत्र को ‘बहुत उत्पादक' बताया. उन्होंने कहा कि दोनों सदनों में चर्चा के बाद आठ विधेयक पारित किए गए और ये कानून आम लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई 'रिफॉर्म एक्सप्रेस' की गति तेज करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन लोकसभा में विकसित भारत रोजगार गारंटी और आजीविका मिशन -ग्रामीण (वीबी- जी राम जी) विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्ष का व्यवहार अस्वीकार्य था. कुछ विपक्षी सदस्य तो टेबल ऑफिस और (लोकसभा) महासचिव की मेजों के ऊपर खड़े हो गए. कुछ कांग्रेस सदस्यों ने यह भी कहा कि प्रदूषण पर चर्चा की कोई जरूरत नहीं है. इसीलिए इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई.''
वायु प्रदूषण पर चर्चा नहीं हो पाने पर खेद व्यक्त करते हुए रीजीजू ने कहा कि सरकार प्रदूषण पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार थी. इस विषय पर वक्ता के तौर पर प्रियंका गांधी वाद्रा (कांग्रेस), कनिमोझी (द्रमुक) और बांसुरी स्वराज (भाजपा) के नाम सूचीबद्ध थे.
रिजिजू ने कहा, ‘‘हम प्रदूषण पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार थे. लेकिन कांग्रेस ने अन्य सदस्यों को आसन के समीप (वीबी-जी राम जी विधेयक को लेकर) प्रदर्शन करने के लिए उकसाया. उन्होंने कागज उछाले, कागज के हवाई जहाज बनाकर फेंके और मेजों के ऊपर खड़े होकर कार्यवाही बाधित की. मैं विपक्ष से कहना चाहता हूं कि ऐसी चालों से उन्हें वोट नहीं मिलेंगे. केवल अच्छे कामों से ही उन्हें वोट मिलेंगे.''
संवाददाता सम्मेलन में में रिजिजू के साथ दोनों संसदीय कार्य राज्य मंत्री- अर्जुन राम मेघवाल और एल मुरुगन भी मौजूद थे. रिजिजू ने कहा कि इस सत्र में संसद में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् पर व्यापक चर्चा हुई, जो राष्ट्र का गौरव है और इसमें सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों ने भाग लिया.
उन्होंने कहा कि वीबी-जी राम जी सहित कुछ महत्वपूर्ण विधेयक संसद द्वारा पारित किए गए और ये सभी कानून सरकार को अपने सुधार एजेंडे को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘ये विधेयक हमारी सुधार संबंधी पहल में बड़ा योगदान देंगे. करोड़ों लोगों को फायदा होगा, उनकी जिंदगी बदलेगी और देश में चौतरफा विकास लाने में मदद मिलेगी.''
चुनाव सुधारों पर सदन में चर्चा के बारे में रिजिजू ने कहा कि यह पहला मौका था जब देश ने विपक्ष की मांग पर इस अहम मुद्दे पर चर्चा देखी.
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Written by: संज्ञा सिंह© Copyright NDTV Convergence Limited 2025. All rights reserved.