दिल्ली की आबोहवा (Delhi Air Pollution) में घुलता जहर एक बार फिर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. शहर की हवा किस कदर प्रदूषित हो चुकी है इसका अंदाजा इससे लगा लीजिए कि अब शहर में एक्यूआई (AQI) कई जगहों पर 380 के पार पहुंच चुका है. आज सुबह 8 बजे का औसत एक्यूआई 381 दर्ज किया गया. इससे पहले नवंबर के महीने में कई दिनों तक इतना जहर घुला था कि एक्यूआई 500 के स्तर को भी छू गया था. अब लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो एक बार फिर से दिल्ली का एक्यूआई 500 के आंकड़े को छू सकता है.
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से एक बार फिर से ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू हो गई है. बुधवार के दिन दिल्ली में शाम चार बजे एक्यूआई 365 पर पहुंच गया. इसे देखते हुए सीएक्यूएम को ‘ग्रैप 3' के तहत पाबंदियां लगानी पड़ी. ‘ग्रैप 3' में गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध होता है. साथ ही पांचवीं कक्षा तक की क्लासेस को ‘हाइब्रिड मोड' (स्कूलों में भी और घरों में ऑनलाइन माध्यम से भी) में संचालित करना होता है.
दिल्ली और आसपास के एनसीआर जिलों में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल कारों (4-पहिया) का इस्तेमाल प्रतिबंधित होता है. दिल्ली में बीएस-4 या उससे पुराने मानकों वाले गैर-आवश्यक डीजल-संचालित मध्यम माल वाहनों पर भी प्रतिबंध है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, सीएक्यूएम को GRAP-III के तहत उपाय लागू करने चाहिए जब AQI 350 अंक को पार कर जाए और GRAP-IV तब लागू होता हैर जब AQI 400 से अधिक हो जाए.
बदलते मौसम के साथ वाहनों से निकलने वाला धुआं, धान की पराली जलाना, पटाखे जलाना और अन्य स्थानीय प्रदूषण स्रोत सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई को खतरनाक स्तर पर पहुंचा देते हैं. 30 जनवरी, 2025 से 1 फरवरी, 2025 तक एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में रहने की संभावना है. बुधवार सुबह 11 बजे दिल्ली का (एक्यूआई) 349 रहा, जो दोपहर 3 बजे और बिगड़कर 360 और शाम 6 बजे 379 हो गया. दिल्ली के बवाना, आनंद विहार, ओखला, पंजाबी बाग, रोहिणी, विवेक विहार और वजीरपुर सहित कई इलाकों में एक्यूआई 350 के पार पहुंच गया था. इसलिए दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देख ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू करनी पड़ी.
बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य और आर्थिक लागत बढ़ाता है पीएम2.5, जानें कैसे
Edited by: आराधना सिंहसिर्फ एक स्टेट को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते : जानिए दिल्ली पॉल्यूशन पर SC ने क्या दिए UP, हरियाणा और पंजाब को निर्देश
Reported by: आशीष भार्गवचूहों पर किए शोध में पता चला यातायात वायु प्रदूषण फेफड़ों को ही नहीं, लीवर को भी पहुंचाता है नुकसान
Edited by: आराधना सिंह© Copyright NDTV Convergence Limited 2025. All rights reserved.