1999 के कारगिल युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए भारतीय सेना की ‘Forever in Operations Division' ने 11 जून 2025 को तोलोलिंग चोटी तक एक विशेष स्मृति अभियान का आयोजन किया. यह अभियान द्रास स्थित पवित्र कारगिल युद्ध स्मारक से आरंभ होकर वीरता और बलिदान की भूमि तक पहुँचा, जहाँ भारतीय वीरों ने दुश्मन से रणनीतिक विजय प्राप्त कर युद्ध की दिशा को निर्णायक रूप से मोड़ा था.
इस अभियान में तोलोलिंग युद्ध में भाग लेने वाली विभिन्न इकाइयों के 30 जांबाज़ सैनिकों की टीम ने कठिन चढ़ाई पूरे जोशोखरोस के पूरी करते हुए तोलोलिंग की ऊँचाई पर शान से तिरंगा फहराया. ‘ऑपरेशन विजय' के रणबांकुरों को समर्पित इस श्रद्धा-अर्पण में भारतीय वायुसेना ने भी सहभागिता निभाई. अपने अधिकारियों और वायुसैनिकों की सहभागिता से तीनों सेनाओं के बीच अद्वितीय तालमेल बनाते हुए असीम एकजुटता का परिचय दिया.
जैसे-जैसे राष्ट्र 26वें कारगिल विजय दिवस की ओर अग्रसर हो रहा है, यह अभियान केवल एक साहसिक चढ़ाई नहीं, बल्कि देशभक्ति, स्मृति और प्रेरणा की एक गौरवमय यात्रा बन गया है. यह उन अनसुनी युद्ध गाथाओं को जीवंत करता है, जिनमें बलिदान, पराक्रम और मातृभूमि के प्रति अटूट समर्पण समाहित है.
यह स्मृति अभियान आने वाली पीढ़ियों को सफलतापूर्वक यह संदेश देता है कि स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सैनिकों का बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाता. यह यात्रा वीरता की विरासत को चिरस्थाई रखने और राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने का एक सशक्त प्रतीक बनकर सामने आई है.
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