
World Mental Health Day 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन में अनुशासन, योग, ध्यान और सकारात्मक सोच का खास स्थान है. मानसिक स्वास्थ्य को लेकर उनकी जागरूकता का उदाहरण हाल ही में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर देखने को मिला, जब उन्होंने एक प्रेरणादायक संदेश शेयर किया. उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य को जीवन का मूलभूत अंग बताया और समाज में करुणा व संवाद को बढ़ावा देने की अपील की. हम अपनी डेली लाइफस्टाइल में कई बार तनाव, चिंता से जूझते हैं. लेकिन, मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत कम ही बात की जाती है. आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जा रहा है. अकेलापन और भावनात्मक असंतुलन अब सिर्फ आम लोगों की समस्या नहीं, बल्कि नेताओं और जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों के लिए भी चुनौती है. विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर कर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर जोर दिया.
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उन्होंने लिखा: "विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस एक सशक्त अनुस्मारक है कि मानसिक स्वास्थ्य हमारे ऑलओवर वेलबीइंग का एक मूलभूत अंग है. इस तेज-तर्रार दुनिया में यह दिन दूसरों के प्रति करुणा दिखाने और उन्हें बढ़ाने के महत्व पर जोर देता है. आइए हम सामूहिक रूप से ऐसा वातावरण बनाने के लिए काम करें जहां मानसिक स्वास्थ्य पर बातचीत ज्यादा मुख्यधारा में आए. इस क्षेत्र में काम करने वाले और दूसरों को हेल्दी रहने और खुशी पाने में मदद करने वाले सभी लोगों को मेरी बधाई."
World Mental Health Day serves as a powerful reminder that mental health is a fundamental part of our overall well-being. In a fast-paced world, this day underscores the importance of reflecting and extending compassion to others. Let us also work collectively to create…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2025
इस संदेश से यह साफ होता है कि प्रधानमंत्री मोदी न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से लेते हैं, बल्कि खुद भी इसे संतुलित रखने के लिए कई उपाय अपनाते हैं:
प्रधानमंत्री मोदी हर दिन योग करते हैं. सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम और कपालभाति जैसे अभ्यास उनके रूटीन का हिस्सा हैं. योग से तनाव कम होता है, मूड बेहतर होता है और ब्रेन फंक्शन मजबूत होता है.
वे नियमित रूप से ध्यान (मेडिटेशन) करते हैं, खासकर सुबह के समय. मौन साधना भी उनके जीवन का हिस्सा रही है, जिससे आंतरिक शांति और भावनात्मक संतुलन बना रहता है.
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पीएम मोदी प्राकृतिक चीजों को प्राथमिकता देते हैं जैसे आयुर्वेदिक खानपान, हर्बल चाय और सादा भोजन. इससे शरीर और मन दोनों को संतुलन मिलता है.
उन्होंने अपने संदेश में करुणा और संवाद को मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी बताया. वे लोगों से जुड़ने, उनकी समस्याएं सुनने और समाधान देने में विश्वास रखते हैं, जो सामाजिक जुड़ाव और भावनात्मक स्थिरता को बढ़ाता है.
पीएम मोदी सुबह जल्दी उठते हैं, रेगुलर रूटीन अपनाते हैं और पर्याप्त नींद लेते हैं. अच्छी नींद मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन और उनका संदेश दोनों यह दर्शाते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है. योग, ध्यान, संवाद और करुणा जैसे सरल उपायों से हम न सिर्फ खुद को बल्कि समाज को भी मानसिक रूप से स्वस्थ बना सकते हैं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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