कोविड-19 संकट और इसके चलते लागू लॉकडाउन का असर देश की अर्थव्यवस्था, लोगों के रोजगार और कंपनियों की माली हालत पर पड़ा है. ऐसे में अब जबकि देश में आर्थिक गतिविधियां दोबारा शुरू होने लगी हैं भविष्य पर नजर रखते हुये आगामी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में मात्र पांच प्रतिशत कंपनियां ही फिलहाल नये लोगों को भर्ती करने की योजना बना रही है. मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वेक्षण के मुताबिक देश में जुलाई-सितंबर में रोजगार की दिशा और दशा खनन-निर्माण, वित्त, बीमा और रीयल एस्टेट जैसे क्षेत्र तय करेंगे. देश के 695 नियोक्ताओं के बीच किए गए इस सर्वेक्षण में यह रुख सामने आया है.
Coronsvirus Lockdown: लॉकडाउन के चलते महानगरों से पलायन करके गांव पहुंचने वाले श्रमिकों के लिए मनरेगा ही एक सहारा है. हालांकि यूपी सरकार दक्ष मजदूरों का पंजीकरण कर रही है लेकिन फिलहाल इन श्रमिकों से कोरोना के संक्रमण से लेकर गांव में झगड़ों तक का डर भी प्रशासन को सता रहा है.
रीयल एस्टेट डेवलपर्स ने सरकार द्वारा परियोजनाओं को पूरा करने की समयसीमा छह महीने बढ़ाने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि इससे उद्योग को राहत मिलेगी.
एचडीएफसी के पारेख ने डेवलपरों को सुझाव दिया कि वह बहुत ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में ना रहें, यह दीर्घावधि में उनके कारोबार को प्रभावित करेगा. रियल एस्टेट क्षेत्र के प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि रियल एस्टेट की कीमतें 20 प्रतिशत नीचे आनी चाहिए और यह आएंगी. मेरे हिसाब से नारेडको का अनुमान 10 से 15 प्रतिशत के बीच है। जबकि मेरा मत है कि हमें 20 प्रतिशत तक कीमतें नीचे आने के लिए तैयार रहना चाहिए.’’
#NDTVRealEstateConclave | NDTV रियल एस्टेट कॉन्क्लेव के दूसरे सेशन "नोएडा VS गुरुग्राम: बेहतर कौन" में जीवीएन के एडिशन सीईओ कपिल सिंह ने कहा कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास औद्योगिक प्राधिकरण का विकास एक सुनियोजित तरीके से हो रहा है.नोएडा में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ जो सुविधाएं हैं उसकी वजह से ही निवेशक यहां ज्यादा आते हैं.हम लोग तकनीक के साथ विकास को बढ़ावा दे रहे हैं. प्रॉपइक्विटी के एमडी समीर जसूजा ने कहा कि गुरुग्राम और नोएडा - किसी भी शहर में अगर रोजगार मिलेंगे तो लोग वहां ज्यादा रहेंगे. इस वजह से ही गुरुग्राम में आज लोग ज्यादा जा रहे हैं. वहीं,जीएमडीए के एडिशनल सीईओ मुनीष शर्मा ने कहा कि गुरुग्राम में आज जो रियल एस्टेट है, उसका श्रेय सरकार की नीतियों को जाता है.
गीतांबर आनंद- सीएमडी एटीएस, राजीव तलवार- एमडी, डीएलएफ़ डेवलपर्स, ऋषि राज- सीओओ, मैक्स एस्टेट्स
मनीष के वर्मा- अडिशनल सीईओ, जीबीएन- कपिल सिंह- अडिशनल सीईओ, जीबीएन, मुनीष शर्मा- अडिशनल सीईओ, जीएमडीए, समीर जसूजा- एमडी, प्रॉपइक्विटी
राजीव कुमार- पूर्व अध्यक्ष, यूपी रेरा, अभिषेक कुमार- सदस्य, केंद्र सलाहकार परिषद, आवास और शहरी विकास मंत्रालय, मनोज गौड़ - राष्ट्रीय अध्यक्ष, (क्रेडाई), हर्ष बंसल- सह-संस्थापक, यूनिटी ग्रुप एंड वेगस मॉल, तरूण भाटिया- पूर्व अध्यक्ष, एनएआर इंडिया
विवेक अग्रवाल- स्क्वैर यार्ड्स के सह-संस्थापक और सीटीओ, सूर्या भाटिया- सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर
हरदीप पुरी - आवास और शहरी विकास मंत्री
हितेन एम.देसाई- हेड, होम ऑटोमेशन, जीएम मॉड्यूलर, अनंत ओहरी- सह-संस्थापक, एलिस्ट टेक्नोलॉजीज