पहले सुप्रीम कोर्ट के आम्रपाली फैसले ने हजारों घर खरीददारों को खुशी दी और अब गौतम बुद्ध जिला प्रशासन ने रियल एस्टेट को संकट से उबारने और संपत्ति के खरीददारों को राहत देने के लिए मौजूदा वित्त वर्ष में सर्किल रेट नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है, कामर्शियल और ग्रुप हाउसिंग संपत्तियों के सर्किल रेट में कमी करने का प्रस्ताव किया गया है.
सीबीआरई के चेयरमैन और सीईओ (भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमन मैगजीन ने कहा, ‘मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने पिछले कार्यकाल में क्षेत्र को पटरी पर लाने के इरादे से कई सुधारात्मक कदम उठाये लेकिन कोष जुटाने, पूंजी और नकदी से जुड़ी कई चुनौतियां अभी भी बाधा बनी हुई है.’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा क्षेत्र को उद्योग का दर्जा दिये जाने के साथ रीयल्टी कंपनियां सरकार से बाह्य वाणिज्यिक उधारी नियमों में रियायत चाहती हैं.
आवासीय परियोजनाओं के लिए जीएसटी की ये दरें एक अप्रैल, 2019 से लागू होंगी. इस समय निर्माणाधीन या ऐसे तैयार मकान जिनके लिए काम पूरा होने का प्रमाणपत्र (कंप्लीशन सर्टिफिकेट) नहीं मिला हो, उन पर खरीदारों को 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी देना पड़ता है. लेकिन वर्तमान व्यवस्था में मकान निर्माताओं को इनपुट (निर्माण सामग्री) पर चुकाये गए कर पर छूट का लाभ भी मिलता है.
वित्त मंत्री पीयूष गोयल आज लोकसभा में अंतरिम बजट पेश करेंगे. इस बजट से कई सेक्टरों की अपनी-अपनी उम्मीदें हैं. पॉलिसीबाजार डॉट कॉम समूह के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी यशीश दहिया ने कहा, "बजट में आयकर अधिनियम (80सी के अतिरिक्त) के अंतर्गत एक अलग सेक्शन की शुरुआत की उम्मीद है.
#NDTVRealEstateConclave | NDTV रियल एस्टेट कॉन्क्लेव के दूसरे सेशन "नोएडा VS गुरुग्राम: बेहतर कौन" में जीवीएन के एडिशन सीईओ कपिल सिंह ने कहा कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास औद्योगिक प्राधिकरण का विकास एक सुनियोजित तरीके से हो रहा है.नोएडा में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ जो सुविधाएं हैं उसकी वजह से ही निवेशक यहां ज्यादा आते हैं.हम लोग तकनीक के साथ विकास को बढ़ावा दे रहे हैं. प्रॉपइक्विटी के एमडी समीर जसूजा ने कहा कि गुरुग्राम और नोएडा - किसी भी शहर में अगर रोजगार मिलेंगे तो लोग वहां ज्यादा रहेंगे. इस वजह से ही गुरुग्राम में आज लोग ज्यादा जा रहे हैं. वहीं,जीएमडीए के एडिशनल सीईओ मुनीष शर्मा ने कहा कि गुरुग्राम में आज जो रियल एस्टेट है, उसका श्रेय सरकार की नीतियों को जाता है.
गीतांबर आनंद- सीएमडी एटीएस, राजीव तलवार- एमडी, डीएलएफ़ डेवलपर्स, ऋषि राज- सीओओ, मैक्स एस्टेट्स
मनीष के वर्मा- अडिशनल सीईओ, जीबीएन- कपिल सिंह- अडिशनल सीईओ, जीबीएन, मुनीष शर्मा- अडिशनल सीईओ, जीएमडीए, समीर जसूजा- एमडी, प्रॉपइक्विटी
राजीव कुमार- पूर्व अध्यक्ष, यूपी रेरा, अभिषेक कुमार- सदस्य, केंद्र सलाहकार परिषद, आवास और शहरी विकास मंत्रालय, मनोज गौड़ - राष्ट्रीय अध्यक्ष, (क्रेडाई), हर्ष बंसल- सह-संस्थापक, यूनिटी ग्रुप एंड वेगस मॉल, तरूण भाटिया- पूर्व अध्यक्ष, एनएआर इंडिया
विवेक अग्रवाल- स्क्वैर यार्ड्स के सह-संस्थापक और सीटीओ, सूर्या भाटिया- सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर
हरदीप पुरी - आवास और शहरी विकास मंत्री
हितेन एम.देसाई- हेड, होम ऑटोमेशन, जीएम मॉड्यूलर, अनंत ओहरी- सह-संस्थापक, एलिस्ट टेक्नोलॉजीज