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Ram Lala Surya Tilak: गर्भगृह में कैसे पहुंची सूर्य की किरणें?

अयोध्या  में रामनवमी के मौके पर रामलला के सूर्यतिलक  का अद्भुत नजारा देखने को मिला. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है. इस मौके पर रामलला की विशेष पूजा-अर्चना की गई. रामलला के दिव्य सूर्यतिलक का नजारा बेहद मनमोहक लग रहा था. इस मौके पर राम मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया है. रामनवमी के दिन वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक तक आई. इस दौरान 5 मिनट तक रामलला के ललाट पर सूर्य की किरण दिखाई दी.

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  • नरेन्द्र मोदी
    22 जनवरी, 2024 कैलेंडर पर लिखी तारीख नहीं, नए कालचक्र का उद्गम है... आज से हज़ार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे... यह बड़ी रामकृपा है कि हम इस पल को जी रहे हैं, साक्षात घटित होते देख रहे हैं...नरेन्द्र मोदीप्रधानमंत्री
  • मोहन भागवत
    "आज का आनन्‍द शब्दों में वर्णनातीत है... आज अयोध्या में रामलला के साथ भारत का 'स्व' लौट आया है... संपूर्ण विश्व को त्रासदी से राहत देने वाला नया भारत खड़ा होकर रहेगा तथा आज का कार्यक्रम इसका प्रतीक बन गया है..."मोहन भागवतRSS प्रमुख
  • राजनाथ सिंह
    मंदिर राजनीतिक मंच नहीं है. एक राजनीतिक आयोजन में न जाने से आप हिंदू विरोधी नहीं बन जाते. इसी तरह मंदिर जाने से भी आप किसी के विरोधी नहीं बन जाते. ये बेवकूफी है. राजनाथ सिंहरक्षामंत्री
  • फारूक अब्दुल्ला
    भगवान राम सिर्फ हिंदुओं के ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के हैं. उन्होंने भाईचारे की,मोहब्बत की,एक-दूसरे की सहायता की बात की है. राम ने हर बार कहा है कि जो नीचे गिरा हुआ है उसको उठाने की कोशिश करो. हमें उस भाईचारे को कायम रखना है जो आहिस्ता-आहिस्ता हमारे वतन से गायब हो रहा है. फारूक अब्दुल्लापूर्व मुख्यमंत्री, जम्मू-कश्मीर

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राम मंदिर टाइमलाइन

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं.22 जनवरी को होने वाले इस आयोजन में पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई बड़ी हस्तियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है.इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए तमाम तरह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.पांच शताब्दी से भी ज़्यादा वक्त तक चले कानूनी संघर्ष के बाद रामलला फिर अपने स्थान पर विराजने जा रहे हैं.

  • वर्ष 1838

    पहली बार अयोध्या में सर्वे किया गया. सर्वे करने वाला अधिकारी ब्रिटिश था,जिसका नाम था मॉन्टगोमेरी मार्टिन. मंदिर होने की बात कही.

  • वर्ष 1857

    हनुमानगढ़ी के महंत ने मस्जिद के आंगन के पूर्वी हिस्से में एक चबूतरा बनाया. इसी चबूतरे को राम चबूतरा कहा गया.

  • वर्ष 1885

    इसी साल महंत रघुबर दास ने अदालत से मांग की कि चबूतरे पर मंदिर बनाने की इजाजत दी जाए.यह मांग खारिज हो गई.

  • वर्ष 1946

    विवाद उठा कि बाबरी मस्जिद शियाओं की है या सुन्नियों की. फैसला हुआ कि बाबर सुन्नी की था इसलिए सुन्नियों की मस्जिद है.

  • वर्ष 1949

    जुलाई में मस्जिद के बाहर राम चबूतरे पर राम मंदिर बनाने की कवायद.22-23 दिसंबर को मस्जिद में राम-सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां रख दी गईं. 29 दिसंबर को यह संपत्ति कुर्क कर रिसीवर बिठा दिया गया.

  • वर्ष 1950

    16 जनवरी को गोपाल दास विशारत अदालत गए.उन्होंने कहा कि मूर्तियां वहां से न हटें और पूजा बेरोकटोक हो. अदालत ने कहा कि मूर्तियां नहीं हटेंगी, लेकिन ताला बंद रहेगा और पूजा सिर्फ पुजारी करेगा.

  • वर्ष 1959

    निर्मोही अखाड़ा अदालत पहुंचा और वहां अपना दावा पेश किया. अदालत ने उनकी याचिका स्वीकार की.h4>

  • वर्ष 1961

    सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड अदालत पहुंचा. मस्जिद का दावा पेश किया. अदालत ने उनकी याचिका भी स्वीकार की.

  • वर्ष 1986

    1 फरवरी को फैजाबाद के जिला जज ने जन्मभूमि का ताला खुलवा के पूजा की इजाजत दे दी.

  • वर्ष 1986

    कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी बनाने का फैसला हुआ.

  • वर्ष 1989

    वीएचपी नेता देवकीनंदन अग्रवाल ने रामलला की तरफ से मंदिर के दावे का मुकदमा किया.नवंबर में मस्जिद से थोड़ी दूर पर राम मंदिर का शिलान्यास किया गया.

  • वर्ष 1990

    लालकृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से रथ यात्रा शुरू की.इसके नतीजे में गुजरात, कर्नाटक,उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में दंगे भड़के.कई इलाकों में कर्फ्यू लगा.आडवाणी को 23 अक्टूबर को बिहार में लालू यादव ने गिरफ्तार करवा लिया.

  • वर्ष 1990

    कारसेवक मस्जिद के गुम्बद पर चढ़ गए और गुम्बद तोड़ा.वहां भगवा फहराया. इसके बाद दंगे भड़क गए.

  • वर्ष 1991

    जून में आम,चुनाव हुए और यूपी में बीजेपी की सरकार बन गई.

  • वर्ष 1992

    30-31 अक्टूबर को धर्म संसद में कारसेवा की घोषणा हुई.

  • वर्ष 1992

    कल्याण सिंह ने मस्जिद की हिफाजत करने का हलफनामा दिया. लेकिन 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद गिरा दी. इस घटना के बाद CM कल्याण सिंह ने इस्तीफा देते हुए कहा-कोई केस चलना है तो मेरे खिलाफ करो.

  • वर्ष 2003

    हाईकोर्ट ने 2003 में झगड़े वाली जगह पर खुदाई करवाई ताकि पता चल सके कि क्या वहां पर कोई राम मंदिर था.

  • वर्ष 2005

    यहां आतंकवादी हमला हुआ. लेकिन आतंकवादी वहां कुछ नुकसान नहीं कर सके और मारे गए.

  • वर्ष 2010

    इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने आदेश पारित कर अयोध्या में विवादित जमीन को राम लला विराजमान,निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी वक्फ बोर्ड में बराबर बांटने का फैसला किया.

  • वर्ष 2011

    हिंदू और मुस्लिम समूहों द्वारा 2010 के फैसले के खिलाफ अपील के बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया.

  • वर्ष 2019

    8 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को बातचीत से सुलझाने का फैसला किया. तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति का गठन किया.जिसमें अध्यक्ष जस्टिस खलीफुल्ला,श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू शामिल थे.

  • वर्ष 2019

    9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने हिंदुओं के पक्ष में फैसला सुनाया और पूरी विवादित जमीन सौंप दी. मुस्लिम पक्ष को भी इस जगह से दूर मस्जिद देने का आदेश सुनाया गया.

  • वर्ष 2020

    5 अगस्त को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम रखा गया. जिसमें मुख्य अतिथि तौर पर पीएम मोदी, महंत नृत्यगोपाल दास, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल हुए.

  • वर्ष 2024(22 जनवरी )

    नए राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम.