प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में लाखों की संख्या में भक्त स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. इनमें से बहुत से भक्त दर्शन के लिए अयोध्या भी जा रहे हैं. इस वजह से अयोध्या में भक्तों की भारी भीड़ जमा हो गई है. इसे देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने आसपास के भक्तों से बाद में अयोध्या आने की अपील की है.
मोहन भागवत ने कहा कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की तिथि ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाई जानी चाहिए.
अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. कल यानी 11 जनवरी को हिंदी तिथि के अनुसार भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का एक वर्ष पूरा हो रहा है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है. हिंदी तिथि के अनुसार पौष शुक्ल द्वादशी 22 जनवरी 2024 को भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हुआ था.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मस्जिद बनाने के लिए मुस्लिम पक्ष को अयोध्या के धन्नीपुर में 5 एकड़ जमीन दी गई. इसके लिए इंडो इस्लामिक कल्चरण फाउंडेशन का गठन 5 साल पहले किया गया. वहां मस्जिद के साथ अस्पताल, संग्रहालय और कम्युनिटी किचन भी बनाया जाना है.
वायरल क्लिप को लोगों की तारीफों के साथ इंस्टाग्राम पर साझा किया गया है. वीडियो की शुरुआत 'मुकुट' और सुंदर हार पहने हुए बच्चे के ज़ूम-इन शॉट से होती है.
Ram Vivah 2025: रामनगरी में राम विवाह की धूमधाम से तैयारियां की जा रही हैं. अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली विवाह पंचमी होने वाली है.
Ayodhya Ram Temple: अयोध्या में दिवाली की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. दिवाली के मौके पर सरयु के घाट 28 लाख दीपों से सुज्जित होंगे.
धरती पर साक्षात साकेत धाम, सूर्यवंश की राजधानी, सप्तपुरियों में अग्रणी नगरी तथा वैवस्वत मनु के साम्राज्य की राजधानी जैसे विशिष्ट अलंकार भले ही रामनगरी अयोध्या को प्राप्त हैं, मगर उसके मौजूदा स्वरूप और 2017 के पहले के स्वरूप में जमीन-आसमान का फर्क था. यू्ं तो अयोध्या के कण-कण में राम बसते हैं, मगर 500 वर्षों के पराभव काल ने अयोध्या को अपमान, अपयश, उपेक्षा और तिरस्कार के अलावा कुछ नहीं दिया.
Haryana Assembly Election 2024: कांग्रेस में शामिल होने की खबरों के बीच कन्हैया मित्तल ने एक वीडियो जारी कर सफाई दी है. उनका कहना है कि सनातन की बात करने वाले हर दल में होने चाहिए. उनका कहना है कि वो बीजेपी के सदस्य नहीं थे. उनका बीजेपी से मतभेद भी नहीं है.
अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट (Ayodhya Ram Temple) के महासचिव चंपत राय ने परिसर मं रिसाव के दावों को खारिज करते हुए कहा कि छत से पानी की एक भी बूंद नहीं टपकी और न ही कहीं से पानी गर्भगृह में घुसा. उनका कहना है कि बारिश के पानी की निकासी के लिए मंदिर में बढ़िया व्यवस्था है.