राम मंदिर भवन निर्माण समिति के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को अयोध्या पहुंचेंगे. वे मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन करेंगे और प्रथम तल पर स्थापित श्रीराम दरबार की प्रतिमाओं के दर्शन भी करेंगे.
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि ध्वजारोहण समारोह में 8 हजार से अधिक लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है, जिनमें मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले दानदाता भी शामिल हैं.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य को लेकर भवन निर्माण समिति की अहम बैठक का बुधवार को तीसरा दिन था. निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि ध्वजारोहण कार्यक्रम को लेकर मुख्य रूप से चर्चा चल रही है. पीएम मोदी के आगमन और उनके कार्यक्रम को लेकर भी मंथन जारी है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कहा कि जिन कार्यों का सीधा संबंध दर्शनार्थियों की सुविधा से है अथवा व्यवस्था से है, वे सभी कार्य पूर्णत्व प्राप्त कर चुके हैं. सड़कें एवं फ्लोरिंग पर पत्थर लगाने का कार्य एलएंडटी द्वारा तथा भूमि सौंदर्य, हरियाली और लैंड स्केपिंग कार्य सहित 10 एकड़ में पंचवटी निर्माण जीएमआर द्वारा तीव्र गति से किए जा रहे हैं.
Karwa Chauth Special: भारत में ऐसे कई मंदिर हैं, जिन्हें प्रेम का प्रतीक माना जाता है. यहां बड़ी संख्या में युवा भक्त दर्शन करने आते हैं. इसमें प्रेमी जोड़े और विवाहित युगलों की संख्या भी रहती है.
Ayodhya News: सभी के मन में ये सवाल जरूर योगा कि ये तीनों संत आखिर हैं कौन, जिनकी प्रतिमाओं का अनावरण आज अयोध्या में होने वाला है. इनके बारे में डिटेल में जानें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं. इसके लिए तारीख का ऐलान हो गया है.
आइए हम जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में पांच बड़े और ऐतिहासिक निर्माण कार्य कौन कौन से हैं और उनका महत्व क्या है.
यह सूतक काल 7 सितंबर को दोपहर 12:30 बजे से शुरू होगा, जिसके कारण अयोध्या के सभी प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने एनडीटीवी के साथ खास बातचीत में दो चौपाइयों को उद्धृत किया, जिसके जरिए उन्होंने भगवान राम और रामराज्य के महत्व को बताया.


