अकेले इटली में सात हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मी इस बीमारी से संक्रमित हुए हैं. दुनिया भर में डॉक्टर इसके चपेट में आ रहे हैं. 50 से अधिक डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. डॉक्टरों की जान को बचाना सबसे बड़ी चुनौती है. 30 मार्च को टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टरों को रेनकोट दे दी गयी थी.