मुंबई के नेवल डॉक्यार्ड ने लोगों के शरीर के तापमान की जांच करने के लिए यह सेंसर तकनीक से लैस गन तैयार की है. यह थर्मल गन इतनी सटीक है कि शरीर का तापमान 0.02 डिग्री तक को यह माप सकती है. यह इंफ्रारेड तकनीक वाली गन कोरोना की जांच के लिए काफी असरदार है.
देश में कोविड-19 के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल इंदौर में इस महामारी के खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये पुलिस "भूतों" की मदद भी ले रही है. दरअसल, विजय नगर पुलिस ने स्वयंसेवकों का दल तैयार किया है जो भूत के हुलिये में खासकर झुग्गी बस्तियों में पहुंचते हैं और लोगों को इस महामारी के खिलाफ जागरूक करते हैं.
COVID-19 महामारी ने दुनिया को भले ही घुटनों पर ला दिया है. छत्तीसगढ़ में एक दंपत्ति ने इस बीच कुछ ऐसा किया, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. कोरोवायरस के बीच दंपत्ति ने अपने जुड़वा बच्चों का नाम Corona और COVID रख दिया.
कोरोना वैश्विक महामारी से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पूरे देशवासियों से 21 दिन घर पर रहने व सोशल डिस्टेंस रखने का आह्वान किया है. इसके लिए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन पर भी रखा गया है, लेकिन इन सबके बीच लगभग रोजाना ऐसी तस्वीरें निकल कर सामने आ रही हैं.
Coronavirus: कोरोनावायरस से पैदा हुई स्थिति को देखते हुए चीन और ईरान को छोड़कर अन्य देशों के छात्र घर बैठे ही परीक्षा दे सकेंगे. शैक्षणिक जांच सेवा (ईटीएस) से यह जानकारी मिली है. कोरोनावायरस के प्रकोप को देखेत हुए पूरी दुनिया में यह परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी.
निरंजन हलदर ने बताया, 'कोरोना वायरस के शुरू होने के बाद मुझे बुखार हो गया था. गांव वालों ने मुझे गांव में घुसने नहीं दिया और फिर मैंने बोट पर ही रहने का विचार किया. स्थानीय डॉक्टर द्वारा 14 दिनों तक अलग रहने की सलाह मिलने के बाद ही मैंने ऐसा करने का फैसला किया.'
Coronavirus: मध्यप्रदेश के विदिशा जिले की 82 वर्षीय श्रीमती सलभा उसकर अरिहंत विहार कॉलोनी में 600 स्क्वेयर फीट के मकान में रहती हैं. वे शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हैं. कोरोना वायरस महामारी के दौर में खुद को घर में बंद करने के साथ इन्होंने जो किया, वह इतना प्रेरित कर देने वाला है कि उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल महसूस होता है. इस दरियादिल अम्मा ने अपनी पेंशन में से एक लाख रुपये का दान मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिया है. यह दरियादिली इतनी खामोशी से हुई कि अफसरों के हाथ में चेक पहुंचा तो वे भौंचक्के के रह गए.
Coronavirus: यादवपुर विश्वविद्यालय (Yadavpur University) के छात्रों ने कोरोनावायरस को लेकर जारी देशव्यापी बंद के कारण बेरोजगार हो गए कम से कम 200 लोगों को रोज भोजन कराने के लिए सामुदायिक रसोई की शरुआत की. सामुदायिक रसोई से जुड़े एक छात्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
कोरोना वायरस से लड़ने के लिये सेना के 8,500 डॉक्टर और सपोर्ट स्टाफ नागरिक प्रशासन के मदद के लिये तैयार है. इतना ही नहीं सेना के अस्पताल में 9,000 से अधिक बेड कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए उपलब्ध हैं . ये सारी बातें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में कोरोनावायरस को लेकर हुई रक्षा मंत्रालय की बैठक में निकलकर आई . वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रक्षा मंत्री ने रिव्यू बैठक में सभी संगठनों से सिविलियन अथॉरिटी को मदद पहुंचाने के लिए तैयार रहने को कहा है. इस बैठक में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मवीर सिंह और वायु सेना चीफ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदोरिया और डीआरडीओ प्रमुख जी सतीश रेड्डी मौजूद थे.
सरावनी आरिफपुर (हापुड़) में आरिफपुर के कोरोना फाइटर ग्रुप के लोग बिहार के फंसे दस मजदूरों के राशन व देखभाल की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. बीते दिनों बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले के लॉकडाउन की वजह से फंसे दस मजदूरों को खाना राशन की पूरी व्यवस्था गांव के ही लोग कर रहे हैं. दरअसल बिहार के यह मजदूर सरावणी स्थित आइसक्रीम फैक्ट्री में सीजन के दिनों में काम करने के लिए आए थे. लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्री बंद हुई और यह लोग यहीं फंस गए.
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