अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर करीब 55 हजार लोगों के साथ योगा करने से पहले देहरादून में पीएम मोदी ने पूरे देशवासियों को योग दिवस की शुभकामनाएं दी. इस मौके पर उन्होंने योग दिवस के महत्व, इतिहास और उसके वर्तमान पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि योग इंसान, समाज, परिवार और देश को जोड़ कर रखता है. साथ ही उन्होंने कहा कि योग से इंसान का मन शांत रहता है. उन्होंने कहा कि योग ने दुनिया में भारत को एक अलग पहचान दिलाई है. देवभूमि उत्तराखंड के बारे में उन्होंने कहा कि यहां का मौसम योग और आयुर्वेद के लिए हमें प्रेरित करता है. तो चलिए एक झलक डालते हैं पीएम मोदी के भाषण की दस बड़ी बातों पर....
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा भारत के लिए एक महान क्षण था क्योंकि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव आने के मात्र तीन माह के भीतर इसके आयोजन का ऐलान कर दिया. महासभा ने 11 दिसंबर 2014 को यह ऐलान किया कि 21 जून का दिन दुनिया में योग दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
आयुष मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देशभर में करीब 5000 कार्यक्रम आयोजित होंगे. योग दिवस से पहले प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो डालकर संदेश दिया कि योग केवल शरीर को फिट रखने वाला अभ्यास नहीं बल्कि अच्छे स्वास्थ्य का पासपोर्ट भी है.
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साल 2015 में योगा दिवस की स्थापना के बाद से हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं. इसका उद्देश्य लोगों को योगा से होने वाले फायदों और स्वास्थय लाभों से अवगत कराना होता है.
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दुनिया भर में लोग योग करेंगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 27 सितंबर 2014 को दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था.