Sarvoday Programme: गांवों का सशक्तिकरण, भारत का रूपांतरण | M3M Foundation | NDTV India

Sarvoday Programme: M3M Foundation द्वारा सर्वोदय कार्यक्रम का जश्न मनाते हुए, हरियाणा के ताउरू से लेकर देश भर के 5,000 गाँवों तक सामुदायिक विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है। हम सब मिलकर भारत की असली ताकत, उसके गाँवों को उजागर कर रहे हैं - सभी के लिए एक उज्जवल, समावेशी भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। 

M3M फाउंडेशन के बारे में

M3M फाउंडेशन के बारे में

समानता, सहानुभूति, समावेशन, सहयोग और विश्वास जैसे मूल्यों को अपनाते हुए, M3M फाउंडेशन की स्थापना 2019 में M3M ग्रुप द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों में सतत विकास लाना है, विशेष रूप से हाशिए पर बसे समुदायों को सशक्त बनाना ताकि वे स्वयं अपनी भागीदारी से शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में स्थायी सामुदायिक विकास की योजनाएं बना सकें, उन्हें लागू कर सकें और निगरानी कर सकें।

फाउंडेशन नवाचार को बढ़ावा देता है, विभिन्न सरकारी पहलों को समर्थन देता है और विकास की दिशा में सक्रिय कदम उठाता है। इसका रणनीतिक दृष्टिकोण सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के एजेंडे के साथ मेल खाता है और देश के समग्र सतत विकास पर केंद्रित है।

M3M फाउंडेशन, प्रतिष्ठित M3M समूह की परोपकारी शाखा है। प्रारंभिक बचपन के पोषण से लेकर महिलाओं को सशक्त बनाने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने से लेकर डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने, कौशल बढ़ाने से लेकर पर्यावरणीय मुद्दों की वकालत करने तक, हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता स्थिरता और सामुदायिक विकास के इर्द-गिर्द घूमती है।

विज़न

आर्थिक सशक्तिकरण, सतत विकास

मिशन

संसाधन, सशक्तिकरण, भागीदारी, स्वावलंबन

वैल्यूज़

समानता, सहानुभूति, समावेशन, सहयोग, विश्वास

हमारे कार्यक्रम
iMpower
संसाधनों की उपलब्धता से श्रमबल की क्षमता का अधिकतम विकास
कर्तव्य
समावेशी और समान समाज की दिशा में हमारा उत्तरदायित्व
कौशल संबल
कौशल और उद्यम विकास के माध्यम से युवाओं का सशक्तिकरण
लक्ष्य
खेल और कला के क्षेत्र में बच्चों और युवाओं को उनके लक्ष्यों की प्राप्ति...
मशाल
समुदाय में सतत बदलाव लाने के लिए सोशल इनोवेटर्स को सहयोग
साक्षर
शिक्षा और निरंतर सीखने के माध्यम से बच्चों को सशक्त बनाना
संकल्प
पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक प्रतिबद्धता
सर्वोदय
ग्रामीण उत्थान के लिए एकीकृत दृष्टिकोण
वनजीवन
वन्यजीव संरक्षण के लिए एक पहल

सर्व का उदय अर्थात् सर्वोदय

सर्वोदय कार्यक्रम का उद्देश्य प्रकृति की सुरक्षा और ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना है। इसके तहत बड़े पैमाने पर पेड़ लगाए जा रहे हैं, जिनमें फलदार बाग और मियावाकी तकनीक से पौधारोपण शामिल है। इससे हरियाली और जैव विविधता का बढ़ावा मिल रहा है। कई पंचायतों में टिकाऊ खेती को प्रोत्साहन मिल रहा है, और तालाबों के पुनर्जीवन से जल संरक्षण को बल मिल रहा है।

तावड़ू तहसील में बने शौचालय परिसर से स्वच्छता और पर्यावरणीय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिला है। महिला समूहों ने जमीन लेकर जैविक खेती शुरू की है और बैंक खाते खोलकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया है। M3M फाउंडेशन इन समूहों को आर्थिक सहायता भी दे रहा है।

किसानों को जैविक खेती और एफपीओ बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि खेती टिकाऊ बन सके। साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित क्षेत्रों में हेल्थ कैंप लगाकर इलाज, स्वच्छता और जागरूकता सुनिश्चित की जा रही है। इस तरह सर्वोदय कार्यक्रम ग्रामीण विकास को एक समग्र और टिकाऊ दिशा दे रहा है।

सर्वोदय कार्यक्रम के अंतर्गत हमारे प्रयास

  • 1 मिलियन से अधिक लोगों को शिक्षा का सहयोग प्राप्त
    1 मिलियन से अधिक लोगों को शिक्षा का सहयोग प्राप्त

  • 27 लर्निंग सेंटर्स सक्रिय, जहाँ 10,000 युवा कौशल पारंगत हुए और नौकरियां पाईं
    27 लर्निंग सेंटर्स सक्रिय, जहाँ 10,000 युवा कौशल पारंगत हुए और नौकरियां पाईं

  • प्रवासी श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा और संपूर्ण विकास का अवसर मिल रहा है
    प्रवासी श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा और संपूर्ण विकास का अवसर मिल रहा है

  • 2,000 महिलाएं स्वरोज़गार प्रशिक्षित
    2,000 महिलाएं स्वरोज़गार प्रशिक्षित

  • 2 लाख से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला
    2 लाख से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला

  • हर साल प्रवासी परिवारों को 2.1 करोड़ से ज्यादा पोषक भोजन दिया जाता है
    हर साल प्रवासी परिवारों को 2.1 करोड़ से ज्यादा पोषक भोजन दिया जाता है

  • अब तक 6,26,000 पौधे लगाए जा चुके हैं
    अब तक 6,26,000 पौधे लगाए जा चुके हैं

  • पर्यावरण संतुलन के लिए हर दिन 96,000 लीटर पानी वन्यजीवों के लिए उपलब्ध
    पर्यावरण संतुलन के लिए हर दिन 96,000 लीटर पानी वन्यजीवों के लिए उपलब्ध

  • 100 से अधिक कारीगर
    100 से अधिक कारीगर

  • 70 से अधिक बच्चों को कला में मार्गदर्शन और सहयोग मिला
    70 से अधिक बच्चों को कला में मार्गदर्शन और सहयोग मिला

  • 100+ खिलाड़ियों को खेल छात्रवृत्ति मिली
    100+ खिलाड़ियों को खेल छात्रवृत्ति मिली