M3M फ़ाउंडेशन: सितंबर में हम अपने शिक्षकों का सम्मान और सराहना करके शिक्षक दिवस मनाते हैं। ‘सर्वोदय: बुनियाद भारत की’ के इस एपिसोड में हम हरियाणा के नूंह जिले के एक ब्लॉक टौरू में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों द्वारा किए जा रहे प्रेरक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। हम इस बात पर नज़र डालते हैं कि कैसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी इन स्कूलों में सीखने की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम कर रही है, और सामुदायिक सहभागिता पहल की भूमिका जो इन गाँवों में बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित करती है।
M3M फाउंडेशन, प्रतिष्ठित M3M समूह की परोपकारी शाखा है, जो एक मार्गदर्शक रोशनी के रूप में उभर कर आशा की डोर बुनती है और सामाजिक प्रयासों के व्यापक स्पेक्ट्रम में जीवन को प्रभावित करती है। प्रारंभिक बचपन के पोषण से लेकर महिलाओं को सशक्त बनाने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने से लेकर डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने, कौशल बढ़ाने से लेकर पर्यावरणीय मुद्दों की वकालत करने तक, हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता स्थिरता और सामुदायिक विकास के इर्द-गिर्द घूमती है।
“हम शिक्षा, पर्यावरण, आजीविका और स्वास्थ्य के स्तंभों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, सतत् सामुदायिक विकास की योजना बनाने, इसके कार्यान्वयन और निगरानी हेतु समुदाय को सशक्त बनाने में सक्रिय रूप से संलग्न हैं।“