RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा,‘‘पहले (कपड़ों का) गला और जेब काटने का काम केवल दर्जी करते थे. अब सारी दुनिया कर रही है. वे जानते हैं कि इससे गड़बड़ हो रही है, लेकिन वे रुक नहीं सकते क्योंकि उनके पास विश्वास और श्रद्धा नहीं है.’’
एम्स का न्यूरोसर्जरी विभाग यूसीएलए लॉस एंजिल्स, यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग, जर्मनी की चारिटे-मेडिकल विश्वविद्यालय, फ्रांस की पियरे और मैरी क्यूरी विश्वविद्यालय, स्विट्जरलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ बर्न, नॉर्थवेस्टर्न विश्वविद्यालय और यहां तक कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय जैसे विश्वविख्यात संस्थानों से भी आगे निकला है.
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत रणनीतिक रूप से आगे बढ़ रहा है. साथ ही सर्वे के पार्टिसिपेंट्स ने आगाह करते हुए कहा कि नीतिगत अनिश्चितता, एआई से जुड़े जोखिम वैश्विक विश्वास को कमजोर बना सकते हैं.
इधर, हिन्दुओं को इस अब्दुल्ला रेजीडेंसी में प्लॉट और विला ना देने के मामले में भी जांच की जा रही है. मेरठ डीएम का कहना है कि इसकी जांच करा रहें हैं और जल्द तस्वीर साफ हो जाएगी.
Obesity vs Underweight: पहली बार वैश्विक स्तर पर मोटापे से ग्रस्त बच्चों की संख्या कम वजन वाले बच्चों से ज्यादा हो गई है. यह एक ऐतिहासिक मोड़ है, जो यह दर्शाता है कि हमारे भोजन, वातावरण और आदतें बच्चों के स्वास्थ्य को किस तरह प्रभावित कर रही हैं.
राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के इस विधेयक का गहन अध्ययन कर 'गुजरात जनविश्वास (प्रावधानों में संशोधन) विधेयक-2025' तैयार किया है. इसका मुख्य उद्देश्य 6 विभागों के 11 कानूनों-नियमों के अंतर्गत आने वाले लगभग 516 प्रावधानों को अपराधमुक्त (डिक्रिमिनलाइज्ड) करना है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए लिखा था कि ‘‘लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है.''
Trump on Tariff: ट्रंप ने कहा कि अपील्स कोर्ट ने उनके टैरिफ लगाए जाने के खिलाफ फैसला सुनाया है, लेकिन वो इस फैसले के खिलाफ सीधे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. उन्होंने कहा, 'वो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और 'एक्सपेडाइटेड रूलिंग' की मांग करेंगे.
PM Modi Putin Meeting: SCO समिट के साझा बयान में पहलगाम हमने की निंदा की गई है. घोषणापत्र में कहा गया है, 'सदस्य देशों ने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने मृतकों और घायलों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति और संवेदना व्यक्त की.'
चीन को मालूम है कि अगर वो ग्लोबल साउथ में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है...दुनिया के कारोबार में अमेरिका को टक्कर देना चाहता है...तो फिर उसे भारत जैसे पड़ोसी को साथ लेना ही होगा.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली राजकीय अमेरिका यात्रा है, जिस दौरान वह अमेरिकी संसद को दूसरी बार संबोधित करेंगे. वह ऐसा करने वाले भारत के पहले और एकमात्र प्रधानमंत्री होंगे. PM मोदी हर बार की तरह इस बार भी भारतीय अमेरिकियों से मुलाकात करेंगे.