यूबीएस के रणनीतिकार सुनील तिरुमलाई ने गुरुवार को जारी एक नोट में लिखा है कि डिफेंसिव और घरेलू अर्थव्यवस्था पर केंद्रित शेयरों के प्रति बढ़ती प्राथमिकता के बीच वैश्विक ब्रोकरेज भारतीय बाजार के प्रति अधिक आशावादी हो रहे हैं.
India GDP 2025: IMF ने बताया है कि भारत की ग्रोथ को ग्रामीण इलाकों में बढ़ती प्राइवेट कंजम्पशन यानी निजी खपत से सपोर्ट मिल रहा है. इसके चलते भारत ग्लोबल स्लोडाउन के बावजूद मजबूती से आगे बढ़ता रहेगा.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि आने वाले महीनों में वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास धीमा होने वाला है, जिसका मुख्य कारण ट्रंप के लगाए भारी टैरिफ से शुरू हुआ व्यापार युद्ध (ट्रेड वॉर) है.
ग्लोबल वॉर्मिंग का असर है कि जब बारिश हो रही है तो अक्सर बहुत ज़्यादा हो रही है और कई बार किसी सीमित इलाके में बहुत ज़्यादा हो जा रही है. जहां नहीं होती थी वहां भी होने लगी है और अगर सूखा पड़ रहा है तो वो भी ज़्यादा पड़ रहा है.
सोशल मीडिया पर हाल ही में एक ट्रैवल व्लॉगर ने एक वीडियो शेयर करते हुए भारतीय पासपोर्ट की वैल्यू बताई है. व्लॉगर ने कहा, ये जो चीज मेरे हाथ में है न इसकी कोई वैल्यू नहीं है.
Economic Outlook 2025: भारत के लिए संशोधित विकास पूर्वानुमान के अलावा फिच ने 2025 के लिए अपने वैश्विक विकास अनुमानों में भी 0.4 प्रतिशत की कमी की है
IMF के ताजा अनुमानों के अनुसार, भारत की रियल जीडीपी 4.3 ट्रिलियन डॉलर की है, जो जापान के 4.4 ट्रिलियन डॉलर और जर्मनी के 4.9 ट्रिलियन डॉलर से मामूली रूप से कम है. जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को देखें, तो भारत इस साल जापान और 2027 तक जर्मनी से आगे निकल सकता है.
Morgan Stanley India Equity Outlook 2025: मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की आर्थिक स्थिति लचीली है और पर्याप्त प्रोत्साहन से सुरक्षित है. ब्रोकरेज ने भारत, सिंगापुर, यूएई और जापान जैसे बाजारों पर ओवरवेट रुख बनाए रखा है.
US Tariff Relief: अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी में नरमी के संकेत और ग्लोबल मार्केट की मजबूती ने भारतीय शेयर बाजार को जबरदस्त सपोर्ट दिया है. आने वाले दिनों में अगर यह रुख बना रहा, तो निवेशकों को और भी फायदा हो सकता है.
उन्होंने कहा कि अधिकांश नई टेक्नोलॉजी को अलग कर विकसित नहीं किया जा सकता, बल्कि इसके लिए देशों, उद्योगों, शिक्षाविदों और सार्वजनिक संस्थानों के बीच संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता होती है.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली राजकीय अमेरिका यात्रा है, जिस दौरान वह अमेरिकी संसद को दूसरी बार संबोधित करेंगे. वह ऐसा करने वाले भारत के पहले और एकमात्र प्रधानमंत्री होंगे. PM मोदी हर बार की तरह इस बार भी भारतीय अमेरिकियों से मुलाकात करेंगे.