-->
शर्मिला टैगोर #Reimagine टेलीथॉन में शामिल हुईं. दो घंटे के विशेष टेलीथॉन में, टैगोर ने बात की कि कैसे बच्चे COVID-19 महामारी के सबसे बुरे शिकार बन गए हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों में वयस्कों की तरह आवाज नहीं होती है, इसलिए उनकी दुर्दशा अक्सर केंद्र में नहीं होती है. उन्होंने लोगों से एक साथ आने और एक पूरी पीढ़ी के वर्तमान और भविष्य की रक्षा के लिए कदम उठाने का आग्रह किया.
Let’s reimagine a new future for India’s children affected by the COVID-19 crisis