ओडिशा सरकार के वैकल्पिक शिक्षा और संरक्षण कार्यक्रम के जरिए अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चों की पढ़ाई जारी है. साथ ही एक और पहल की गई है, उन्हें मनोसामाजिक मदद और टेलिफोनिक काउंसलिंग दी जा रही है. ओडिशा सरकार और यूनिसेफ के इस कार्यक्रम ने न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई की डोर को टूटने से रोका है, साथ ही ये बच्चे स्कूल न छोड़ें, इसे भी सुनिश्चित किया है.
Let’s reimagine a new future for India’s children affected by the COVID-19 crisis