Air pollution symptoms : इन दिनों दिल्ली की हवा में एक अजीब सी चादर छाई हुई है, खासकर दिन ढलने पर. ये है धूल और धुएं का गुबार, जी हां-जिसे हम सब 'एयर पॉल्यूशन' के नाम से जानते हैं. यकीन मानिए, ये सिर्फ देखने में बुरा नहीं लगता, बल्कि हमारी सेहत के लिए भी किसी छुपे हुए दुश्मन से कम नहीं है. आपने बिल्कुल सही पढ़ा. ये जहरीली हवा आपके शरीर में गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है. इसलिए आपको वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों और इससे बचने के उपायों के बारे में जानना बहुत जरूरी है.
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अस्थमा (Asthma) - अगर आपको पहले से अस्थमा है, तो ये हवा आपके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं. अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है.
ब्रोंकाइटिस (Bronchitis) - फेफड़ों की नली में सूजन आ जाती है, जिससे खांसी और सांस लेने में दिक्कत होती है.
COPD (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) - ये एक गंभीर बीमारी है, जिसमें फेफड़े धीरे-धीरे खराब होने लगते हैं.
निमोनिया (Pneumonia) - फेफड़ों में इन्फेक्शन हो सकता है.
दिल की बीमारियां (Heart Diseases) - ये जहरीली हवा दिल को भी नुकसान पहुंचाती है. ये खून को गाढ़ा कर सकती है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है.
आंखों में जलन और इन्फेक्शन (Eye Irritation and Infections) - आंखों में खुजली, जलन और लालपन महसूस होना आम बात है.
त्वचा की समस्याएं (Skin Problems) - स्किन पर रैशेज, एलर्जी और पिंपल्स बढ़ सकते हैं क्योंकि प्रदूषण हमारी त्वचा को भी डैमेज करता है.
सिरदर्द और थकान (Headache and Fatigue) - लगातार खराब हवा में रहने से सिर में दर्द और थकान महसूस हो सकती है.
कैंसर (Cancer) - लंबे समय तक हाई पॉल्यूशन में रहने से फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है.
ये तो बात हो गई एयर पॉल्युशन से होने वाली बीमारियों की अब आते हैं, इससे बचने के तरीकों पर...
जब भी बाहर निकलें, N95 या KN95 मास्क जरूर पहनें. ये छोटे कणों को काफी हद तक फिल्टर कर देते हैं. ये आपके लिए सुरक्षा कवच है.
अगर बाहर हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है, तो जितना हो सके घर के अंदर रहें. बहुत जरूरी हो तो ही बाहर निकलें.
एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें
अगर आप खरीद सकते हैं, तो घर में एक अच्छा एयर प्यूरीफायर लगवाएं. यह घर की हवा को साफ रखने में मदद करता है.
वायु प्रदूषण की स्थिति में घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें, ताकि पॉल्यूटेड एयर अंदन न आ सके.
शरीर को हाइड्रेटेड रखने से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है.
अपने घर के अंदर कुछ एयर प्यूरीफाइंग पौधे जैसे स्नेक प्लांट, एलोवेरा या मनी प्लांट लगाएं. ये हवा को थोड़ा साफ करने में मदद कर सकते हैं.
सुबह या शाम को जब प्रदूषण ज़्यादा होता है, तब बाहर जॉगिंग या व्यायाम करने से बचें.
अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ दें. यह आपके फेफड़ों को और कमजोर बनाता है.
हरी सब्जियां, फल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर भोजन खाएं. यह आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाएगा.
वहीं, अगर आपको सांस लेने में बहुत तकलीफ हो रही हैं, लगातार खांसी बनी हुई है या अन्य कोई समस्या महसूस हो रही है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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