जी 20 शिखर सम्मेलन में शनिवार को भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर और वैश्विक बुनियादी ढांचे और निवेश के लिए साझेदारी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मेरे मित्र राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मुझे इस आयोजन की अध्यक्षता करते हुए बहुत खुशी हो रही है. आज हम सबने एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक समझौता संपन्न होते हुए देखा है. आने वाले समय में भारत पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक एकीकरण का प्रभावी माध्यम होगा. यह पूरे विश्व में कनेक्टिविटी और विकास को सस्टेनेबल दिशा प्रदान करेगा." उन्होंने सभी राष्ट्र अध्यक्षों को संबोधित करते हुए इस पहल के लिए बधाई दी.
जी20 सम्मेलन के आखिरी दिन रविवार (10 सितंबर) 'वन फ़्यूचर' पर तीसरा सत्र सुबह 10 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक आयोजित किया जाएगा. इस सत्र के बाद जी20 शिखर सम्मेलन समाप्त हो जाएगा.
अमिताभ कांत ने कहा, "मुझे लगता है कि नई दिल्ली के नेताओं की घोषणा की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक यह है कि हमने महिला सशक्तीकरण और लिंग समानता पर व्यापक ध्यान देने के साथ महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर क्या हासिल किया है."
G20 Summit 2023: यूरोप, मध्य पूर्व और भारत शनिवार को एक आधुनिक स्पाइस रूट बनाने की योजना सामने लाएंगे. इस योजना से संभावित रूप से व्यापक भू-राजनीतिक हितों की पूर्ति के साथ-साथ व्यापारिक रिश्तों को प्रोत्साहन मिलेगा. अमेरिका, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य देशों के नेता नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर बैठकों में मिलेंगे और डेटा, रेलवे, बंदरगाह, बिजली नेटवर्क और हाइड्रोजन पाइपलाइनों को जोड़ने की योजना शुरू करेंगे.
G20 New Delhi Leaders Declaration में कहा गया, "यूक्रेन युद्ध के संबंध में हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनाए गए अपने स्टैंड और प्रस्तावों को दोहराया और इस बात पर जोर दिया कि सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के अनुसार काम करना चाहिए."
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने NDTV से कहा कि, भारत की जी 20 की जो प्रेसीडेंसी रही है वह बहुत अहम और बहुत डिफाइनिंग रही है. इसका एक सबूत यह है कि, ऐसे मुश्किल समय में भी, जो जियोपॉलिटिकली मुश्किल समय में भी एक डिक्लेरेशन को दुनिया के सभी देश मान रहे हैं और सहमति जता रहे हैं. यह हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व के बारे में और हमारे देश के नेतृत्व के बारे में एक तरह से बहुत ही अहम सिग्नल है.
भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में G20 समिट चल रहा है. समिट के पहले ही दिन शनिवार (9 सितंबर) को साझा घोषणा पत्र (Delhi Declaration) पर सहमति बन गई है. शनिवार को दूसरे सेशन की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने बतौर अध्यक्ष यह जानकारी दी. उन्होंने सभी सदस्य देशों की सहमति से नई दिल्ली डिक्लेरेशन पाारित कर दिया. ये भारत की कूटनीतिक स्तर पर बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.
भारत की अध्यक्षता में नई दिल्ली में G20 समिट (G20 Summit 2023)जारी है. समिट के पहले ही दिन शनिवार (9 सितंबर) को साझा घोषणा पत्र (Delhi Declaration) पर सहमति बन गई है. शनिवार को दूसरे सेशन की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बतौर अध्यक्ष यह जानकारी दी. उन्होंने सभी सदस्य देशों की सहमति से नई दिल्ली डिक्लेरेशन पाारित कर दिया. वहीं, अफ्रीकन यूनियन को G20 का नया सदस्य बनाया गया है. यूनियन को सदस्यता मिलने से अफ्रीका के 55 देशों को फायदा होगा.
जी 20 में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. दिल्ली घोषणा पत्र मील का पत्थर बनेगा. केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने एनडीटीवी से यह बात कही. उन्होंने कहा कि, भारत की जी 20 की अध्यक्षता में देश में कई मीटिंगें हुईं, भारत का प्रचार हुआ. जी 20 के लाभ हैं. जब घोषणा पत्र पर चर्चा होगी, बातें सामने आएंगी.. इसकी भारत ही नहीं पूरे ग्लोबल साउथ पर पॉजिटिव असर होगा. चाहे क्लाइमेट एक्शन हो, हल्थ हो... दुनिया भर में जी20 की पॉजिटिव इम्पल्स जाएगी.
G20 Summit: भारत की जी20 की अध्यक्षता में अफ्रीकी संघ शनिवार को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के समूह का स्थायी सदस्य बन गया. जी20 की स्थापना 1999 में की गई थी और इसके बाद से इस गुट में यह पहला विस्तार है.