सरोजनी दामोदरन फाउंडेशन की संस्थापक कुमारी शिबूलाल ने RangDe टेलीथॉन में कहा कि मेरी मां अनपढ़ थीं, लेकिन उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर या स्कूल में शिक्षकों के रूप में गांव में आने वाले लोगों को देखा है. उन्होंने कहा कि उन लोगों की जिंदगी गांव में रहने वालों से काफी अच्छी है.