अयोध्या में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को दोपहर में मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे और अनुष्ठान शुरू किए. नवनिर्मित राम मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर तक मोदी पैदल चलकर कार्यक्रम स्थल पहुंचे और गर्भगृह में प्रवेश किया.
इस रामायण की कीमत 1.65 लाख रुपये से ज्यादा बताई जा रही है. पुस्तक विक्रेता मनोज सती रामायण के इस विशेष संस्करण को अयोध्या लेकर आये हैं. बेहद खास सामग्रियों से तैयार की गई.
Ayodhya Ram Mandir ceremony: प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुरू हो गया है. मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अनुसार इसके दोपहर एक बजे तक सम्पन्न होने की उम्मीद है. इसके बाद प्रधानमंत्री एक सभा को संबोधित करेंगे.
Ayodhya Ram Mandir Ceremony: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बीच आज दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा नियोजित कार्यक्रमों की एक लंबी सूची में शोभा यात्रा, भंडारा, सुंदर कांड पाठ और आरती शामिल हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इन कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला विराजित हो रहे हैं. मंदिर में कब और कैसे कर सकेंगे दर्शन, जानें.
यहां पर एक तोरण द्वार भी बनाया गया है जहां से राम मंदिर आयोजन में शामिल करने वाले प्रवेश करेंगे.
अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा (Ayodhya Ramlala Pran Pratishtha) में कुछ ही समय बाकी बचा है. करीब 500 सालों का इंतजार खत्म होने को है. समारोह में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच गए हैं. पीएम ही 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में मुख्य यजमान होंगे.
रामलला के दर्शन करने के लिए एक भक्त ने भक्ति की सभी सीमाओं को लांघ दिया और वो अपने पैरों के बल नहीं, बल्कि अपने हाथों से अयोध्या के लिए चल पड़ा.
एक साथ 14 लाख दियो का होना अपने आप में खास है और जब कोई कलाकार इन दीपकों को धरती पर इस तरह से सजा दे कि ये दिए साक्षात भगवान श्रीराम का रूप दिखाई देने लगे, तो उस कलाकृति को अनोखा कहना गलत नहीं होगा.
एक ऐसा लीडर, जो लोगों की भलाई के लिए अपनी व्यक्तिगत ख़ुशी को किनारे रख देते हैं, वह हैं राम. जनकल्याण के लिए अपनी निजी इच्छाओं को त्यागने के लिए तैयार हैं, वह हैं राम. जो हर तरह की बुराइयों का समाधान समभाव और शालीनता से करते हैं, वह हैं राम. जो कानून का शासन या धर्म की स्थापना के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं, वह हैं राम. खुद को बेहतर बनाने की निरंतर चेष्टा, ताकि अपने जीवन के हर पल में बेहतर सेवा दे सकें, वह हैं राम.