भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए सत्ताधारी दल शिवसेना ने शनिवार को कहा कि अमेरिका में चुनाव के नतीजे आने के बाद डोनाल्ड ट्रंप जैसी प्रतिक्रिया दिखा रहे हैं, टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर भाजपा द्वारा वैसा ही शोर मचाया जा रहा है. शिवेसना के मुखपत्र ‘सामना' में प्रकाशित संपादकीय में कहा गया कि हार के करीब पहुंच चुके ट्रंप ने जो प्रतिक्रिया दी उससे उस पद की गरिमा को ठेस पहुंचती है जिस पर वह हैं.
अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर शिवसेना का पलटवार, भाजपा को यूपी-गुजरात के उदाहरण गिनाए
रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक गोस्वामी का नाम लिये बिना शिवसेना ने कहा, “जिस प्रकार ट्रंप ने फर्जी खबरें प्रसारित करवाई और मतगणना रोकने की मांग की और अदालत जाने की बात कही, वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद की प्रतिष्ठा और कानून के खिलाफ है. महाराष्ट्र में भाजपा नेता भी आत्महत्या के लिए उकसाने के एक मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी के विरोध में उसी तरह प्रदर्शन कर रहे हैं.”
भाजपा का आरोप है कि 2018 के एक मामले में रायगढ़ पुलिस द्वारा गोस्वामी की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है और प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने का प्रयास है. संपादकीय में कहा गया, “जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब अमित शाह समेत भाजपा नेताओं पर 2002 के गुजरात दंगों पर मामला चला था. उन्हें कानून के अनुसार दोषमुक्त करार दिया गया था लेकिन भाजपा ने यह नहीं कहा था कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित थी या बदले की भावना से की गई थी.”
शिवसेना के मंत्री ने साधा BJP पर निशाना, कहा - अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध नहीं
शिवसेना ने आरोप लगाया कि भाजपा, दिवंगत इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक के परिवार के सदस्यों की छवि खराब कर रही है. नाइक इंटीरियर डिजाइनर थे जिन्होंने 2018 में कथित तौर पर रिपब्लिक टीवी द्वारा बकाया पैसा न दिए जाने से आत्महत्या कर ली थी. इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के चित्र के साथ इंदिरा गांधी के चित्र वाले पोस्टर के मुद्दे पर शिवसेना ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के साथ तुलना होना गर्व की बात है.
बेहतर क्या है, हाथ से खाना या कांटा छुरी से? ज़ोहरान ममदानी के हाथ से खाने पर विवाद
Written by: अपूर्व कृष्णअमेरिका गए राहुल गांधी के बयान पर फिर बवंडर, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में वोट देने के तरीके को बदलने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप, भारत का उदाहरण देकर बताया क्या जरूरी
Written by: NDTV इंडियान्यूयॉर्क के मेयर चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी के हाथ से खाना खाने पर विवाद हो गया है. भारतीय मूल के ममदानी के हाथ से चावल खाने के एक वीडियो को लेकर यह विवाद पैदा हुआ. रिपब्लिकन नेता ब्रैंडन गिल ने इस तरह से खाने को असभ्य बताया है.
अमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.