अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन (Joe Biden) और चीन (China) पर बड़ा निशाना साधा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने ट्वीट में लिखा, "चीनी की सरकारी मीडिया और चीन के नेता चाहते हैं कि बिडेन "अमेरिकी चुनाव" जीतें. अगर ऐसा होता है (जो कि होगा नहीं) तो हमारे देश पर चीन का कब्जा होगा और रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे हमारे शेयर बाजार बुरी तरह धड़ाम हो जाएंगे!"
इससे पहले, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि केवल ट्रंप ही चीन और उसकी घातक आक्रामक प्रवृत्ति से निपट सकते हैं. भाषा की खबर के मुताबिक, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने अमेरिकी जनता से कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो चीन और उसकी घातक आक्रामक प्रवृत्ति से लोहा ले सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक वह अमेरिका और दुनिया में कोरोना वायरस के माध्यम से मौत और आर्थिक तबाही फैलाने को लेकर इस कम्युनिस्ट देश के विरूद्ध न्याय नहीं होता.
Just In: Chinese State Media and Leaders of CHINA want Biden to win “the U.S. Election”. If this happened (which it won't), China would own our Country, and our Record Setting Stock Markets would literally CRASH!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 26, 2020
पोम्पिओ ने मंगलवार को अपनी ही सलाह के विपरीत जा कर यह बात कही. साथ ही उन्होंने द्विदलीय राजनीति से अमेरिका के विदेश मंत्रियों को अलग रखे जाने की लंबी परंपरा को तोड़ दिया. उन्होंने अमेरिकियों से अपील की यदि वे देश को सुरक्षित चाहते हैं तो वे राष्ट्रपति ट्रंप का फिर चुनाव करें. उन्होंने यरूशलम से रिपब्लिकन नेशनल सम्मेलन (आरएनसी) को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने दुनिया के लगभग हर हिस्से में साहसी पहल की है. पोम्पिओ ने हाल के समय में चीन द्वारा भारत के विरूद्ध एवं रणनीतिक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उठाये गये कदमों को लेकर ट्रंप प्रशासन की ओर से इस कम्युनिस्ट देश के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा, ‘‘उन्होंने (ट्रंप ने) चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की घातक आक्रामक प्रवृति को चीन में बेनकाब कर दिया. राष्ट्रपति ने चीनी वायरस के मामले तथा अमेरिका एवं दुनिया में उसके कारण होने वाली मौत और आर्थिक तबाही फैलाने के लिए चीन की जिम्मेदार बताया है. वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक न्याय नहीं हो जाता.''
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह पक्का किया कि अमेरिका में राजनयिक के रूप में नजर आ रहे सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के जासूस या तो सलाखों के पीछे जाएं या स्वदेश लौटें. उन्होंने कहा कि ट्रंप ने चीन के साथ ‘विचित्र तरीके के अनुचित 'व्यापार व्यवस्था को समाप्त किया जिसके कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा.
(भाषा के इनपुट के साथ)
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
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Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.