अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ कर दिया है कि वह अगला राष्ट्रपति चुनाव नहीं लगेंगे. बाइडेन ने भारतीय मूल की कमला हैरिस के नाम का समर्थन कर सबको चौंका दिया है. हालांकि, कमला हैरिस की दावेदारी अभी पुख्ता नहीं हुई है, लेकिन विपक्षी डोनाल्ड ट्रंप के खेमे में यकीनन बाइडेन के इस बयान से खलबली मची होगी. दरअसल, कमला हैरिस के नाम सामने आने से अमेरिका के आगामी राष्ट्रपति चुनाव का पूरा सीन बदल गया है. अब सवाल उठता है कि कमला हैरिस के सीन में आने के बाद ट्रंप को फायदा होगा या नुकसान? डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि वह कमला हैरिस को आसानी से हरा देंगे. आइए जानते हैं कि ट्रंप के दावे में कितना दम है?
डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दावा किया कि अगर कमला हैरिस 5 नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनती हैं, तो वह उन्हें आसानी से हरा देंगे, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि कमला हैरिस के आने से वो दौड़ बदल गई है, जिसमें ट्रंप आगे निकलते नजर आ रहे थे. डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बिडेन के दौड़ से बाहर होने और अपने उपाध्यक्ष हैरिस को समर्थन देने के अचानक फैसले ने उस चुनाव को उलट दिया है, जो अभी भी आठ दिन पहले रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रम्प की हत्या के प्रयास के बाद बदले समीकरण से जूझ रहा था. सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि ट्रम्प के चुनावी अभियान में जुटे लोग कई हफ्तों से योजना बना रहा थे कि अगर कमला हैरिस अपनी पार्टी की उम्मीदवारी जीतती हैं, तो वे किस रणनीति पर काम करेंगे.
बाइडेन की घोषणा के तुरंत बाद ट्रम्प ने सीएनएन को बताया, "जो बाइडेन की तुलना में हैरिस को हराना आसान होगा." दरअसल, ट्रम्प के कैंपेन ने संकेत दिया है कि वह कमला हैरिस को बाइडेन की इमिग्रेशन पॉलिसी के साथ जितना हो सकेगा, जोड़कर पेश करेगा, जो रिपब्लिकन का कहना है कि मेक्सिको के साथ दक्षिणी सीमा को अवैध रूप से पार करने वाले लाखों लोगों के लिए यह दोषी है. ट्रंप कैंपेन दूसरा वार अर्थव्यवस्था के इर्द-गिर्द घूमेगा. जनमत सर्वेक्षणों से लगातार पता चलता है कि अमेरिकी बढ़ती खान-पान और ईंधन की कीमतों के साथ-साथ ब्याज दरों से नाखुश हैं, जिससे घर खरीदना कम किफायती हो गया है. ट्रम्प के एक सलाहकार ने पिछले हफ्ते के रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के दौरान नाम न छापने की शर्त पर कहा, "वह बाइडेन विजन की सह-पायलट हैं," जहां एक एकीकृत पार्टी ने व्हाइट हाउस की दौड़ में ट्रम्प को अपने उम्मीदवार के रूप में नियुक्त किया. सलाहकार ने कहा, "अगर वे बाइडेन 2.0 पर स्विच करना चाहते हैं और टिकट के शीर्ष पर 'कैकलिंग' कमला को रखना चाहते हैं, तो यह हमारे लिए बेहतर होगा."
डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने वाले सुपर पीएसी, मेक अमेरिका ग्रेट अगेन इंक ने रविवार को कहा कि वह एरिजोना, जॉर्जिया, नेवादा और पेंसिल्वेनिया के चुनावी युद्ध के मैदानों में चलने के लिए निर्धारित बाइडेन विरोधी टेलीविजन विज्ञापनों को हटा रहा है और उनकी जगह हैरिस पर हमला करने वाला विज्ञापन लगा रहा है. 30 सेकंड के विज्ञापन में हैरिस पर बाइडेन की कमज़ोरियों को जनता से छिपाने का आरोप लगाया गया है, और यह प्रशासन के रिकॉर्ड को पूरी तरह से उन पर थोपने का प्रयास करता है. विज्ञापन में कहा गया है, "कमला को पता था कि जो काम नहीं कर सकता, इसलिए उसने ऐसा किया. देखो उसने क्या करवाया: सीमा पर आक्रमण, अनियंत्रित मुद्रास्फीति, अमेरिकी सपने की मौत."
डेमोक्रेटिक पार्टी ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि कैसे आगे बढ़ना है, और अभी तक इसकी कोई गारंटी नहीं है कि बाइडेन के समर्थन के बावजूद हैरिस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उभरेंगे. राजनीतिक रणनीतिकारों ने कहा कि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में हैरिस शायद अप्रत्याशित तरीकों से दौड़ में बदलाव लाएंगी. एक 59 वर्षीय महिला, जो अश्वेत और एशियाई-अमेरिकी है, 78 वर्षीय ट्रंप के साथ एक अलग ही चुनावी युद्ध लड़ेंगी. हैरिस मौजूदा ज्वलंत मुद्दों और सांस्कृतिक विभाजन पर जोर देंगी. हालांकि, ये भी सत्य है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने 248 साल के इतिहास में अभी तक एक महिला राष्ट्रपति का चुनाव नहीं किया है.
डेमोक्रेटिक रणनीतिकार और लंबे समय से कांग्रेस के सहयोगी रोडेल मोलिनेउ ने कहा कि बाइडेन द्वारा इन महत्वपूर्ण डेमोक्रेटिक पार्टी वोटिंग ब्लॉकों को सक्रिय करने के लिए संघर्ष करने के बाद हैरिस "युवा मतदाताओं और अश्वेत लोगों के उत्साह के साथ अधिक ऊर्जा के साथ चुनाव कैंपेन चला पाएंगी. एक पूर्व प्रॉसिक्यूटर और कैलिफ़ोर्निया अटॉर्नी जनरल के साथ-साथ एक पूर्व अमेरिकी सीनेटर, हैरिस "जनता की अदालत में ट्रम्प पर प्रभावी ढंग से मुकदमा चलाने के लिए अपने वर्षों के मुकदमेबाजी अनुभव का उपयोग करने में सक्षम होंगी." रिपब्लिकन रणनीतिकार चिप फेलकेल ने आगाह किया कि ट्रम्प अभियान के लिए यह मानना एक गलती होगी कि हैरिस मतदाताओं के विभिन्न हिस्सों में अपनी संभावित अपील के कारण, बाइडेन के लिए एक साधारण प्रत्याशी साबित होंगी.
हाल के सर्वेक्षणों से पता चला है कि कमला हैरिस और ट्रंप आमने-सामने हैं... इस काल्पनिक लड़ाई में, 15-16 जुलाई के रॉयटर्स/इप्सोस पोल में हैरिस और ट्रम्प दोनों 44% समर्थन के साथ बराबरी पर थे. मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले एक सूत्र के अनुसार, रविवार से पहले, ट्रम्प अभियान ने पहले ही इस बारे में चर्चा शुरू कर दी थी कि अगर बाइडेन दौड़ से बाहर हो जाते हैं, तो वे कैसे चुनावी कैंपेन में बदलाव करेंगी. रिपब्लिकन राजनीतिक सलाहकार जेनेट हॉफमैन ने कहा कि हैरिस टिकट के लिए जो विरोधाभास लाएंगे, उसके बावजूद बाइडेन के साथ उनके करीबी संबंध उनकी उम्मीदवारी पर बाधा बनेंगे. हॉफमैन ने कहा, ''हैरिस उस बदलाव का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं, जिसकी अमेरिका तलाश कर रहा है." एमएजीए इंक के सीईओ टेलर बुडोविच ने कहा कि उनके समूह ने कई संभावित डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों पर विपक्षी शोध शुरू किया है. उन्होंने कहा, "एमएजीए इंक डेमोक्रेट पार्टी के सभी परिणामों के लिए तैयार है, जो केवल अराजकता और विफलता लेकर आई है."
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USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनUSAID पर घमासान, ट्रंप ने कहा-'भारत के पास बहुत पैसा, हम 1.8 अरब क्यों दे रहे हैं?'
Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष जयजानबाइडन का दर्द-ए-दिल, मैं ट्रंप को पक्का हरा देता लेकिन...
Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.