डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अमेरिका का राष्ट्रपति (US President Election Donald Trump) बनने जा रहे हैं. उनकी रिपब्लिकन पार्टी बहुमत के 270 के आंकड़े को छू चुकी है. कमला हैरिस को पछाड़ते हुए वह काफी आगे निकल चुके हैं. उन्होंने फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में एक कन्वेंशन सेंटर में अपने समर्थकों को संबोधित किया.
ये भी पढ़ें-LIVE: अमेरिका में चल गया 'ट्रंप कार्ड', PM मोदी ने 'दोस्त' को दी बधाई
ट्रंप ने अपनी विक्ट्री स्पीच में चुनाव प्रचार के दौरान उन पर हुए जानलेवा हमले का भी जिक्र किया. ट्रंप ने कहा कि उन्हें कई लोगों ने कहा था कि भगवान ने किसी खास मकसद से उनकी जिंदगी बचाई है और यह मकसद था अपने देश को बचाना और अमेरिका को महान बनाना.
#WATCH | West Palm Beach, Florida | #DonaldTrump recalls the assassination attempt on him; says, "...Many people have told me that God spared my life for a reason. That reason was to save our country and to restore America to greatness and now we are going to fulfill that mission… pic.twitter.com/9kUEpdSmOH
— ANI (@ANI) November 6, 2024
अमेरिका में चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप पर पेन्सिलवेनिया के बटलर में एक अभियान रैली के दौरान फायरिंग की गई थी. उन्होंने अपना भाषण शुरू किया ही था, तभी फायरिंग हुई और एक गोली उनके कान को छूती हुई निकल गई. इस घटना के कई वीडियो क्लिप भी सामने आए थे, जिसमें दिखाया गया था कि शूटिंग के तुरंत बाद ट्रंप को कैसे उनके सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने घेर लिया. बता दें कि इस हमले में ट्रंप बाल-बाल बचे थे. गोली उनके कान को छूती हुई निकल गई थी.
ट्रंप ने अपनी विक्ट्री स्पीच में हर दिन अमेरिकी लोगों के लिए लड़ना जारी रखने की कसम खाते हुए देश को "स्वर्ण युग" में ले जाने का वादा किया. मंच पर उनके साथ उनका परिवार मौजूद रहा.जिसमें उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप,बच्चे और साथ ही उनके साथी जेडी वेंस और हाउस स्पीकर माइक जॉनसन भी मौजूद रहे.
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनUSAID पर घमासान, ट्रंप ने कहा-'भारत के पास बहुत पैसा, हम 1.8 अरब क्यों दे रहे हैं?'
Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष जयजानबाइडन का दर्द-ए-दिल, मैं ट्रंप को पक्का हरा देता लेकिन...
Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.