अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव (US Elections 2020) के लिए इस समय आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट चल रही है. यह नैशविले के बेलमोंट विश्वविद्यालय में आयोजित की गई है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) आमने-सामने हैं. दोनों के बीच तीखी बहस हो रही है. इस बीच बाइडेन ने चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी देश जो अमेरिका के चुनाव में दखल देगा, उसे कीमत चुकानी होगी, अगर वह चुने जीतते हैं तो.
जो बाइडेन ने कहा, 'मैं साफ कहूंगा कि कोई भी देश, चाहें जो भी हो, अगर वो अमेरिका के चुनाव में दखल देगा तो उस देश को कीमत चुकानी होगी. उसे भारी कीमत चुकानी होगी.' अंतिम प्रेसिडेंशियल डिबेट से एक दिन पहले अमेरिकी प्रशासन ने चेताया कि 3 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले रूस और ईरान जनता के विचारों को प्रभावित कर सकते हैं.
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को अमेरिकी नागरिकों से कहा कि वह आशावाद और अवसर प्रदान करेंगे, जबकि उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन निराशावाद, गरीबी और पतन लेकर आएंगे. राष्ट्रपति चुनाव को अब करीब 10 दिन का समय रह गया है. मतदान तीन नवंबर को होना है. ट्रम्प ने इस चुनाव को बाइडेन के 47 साल के काम बनाम अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने 47 महीनों के काम के रूप में वर्णित किया. उन्होंने कहा, 'पिछले 47 वर्षों से जो बाइडेन आपकी नौकरी को बाहर भेज रहे हैं, आपकी सीमाओं को खोल रहे हैं.'
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बेहतर क्या है, हाथ से खाना या कांटा छुरी से? ज़ोहरान ममदानी के हाथ से खाने पर विवाद
Written by: अपूर्व कृष्णअमेरिका गए राहुल गांधी के बयान पर फिर बवंडर, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में वोट देने के तरीके को बदलने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप, भारत का उदाहरण देकर बताया क्या जरूरी
Written by: NDTV इंडियान्यूयॉर्क के मेयर चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी के हाथ से खाना खाने पर विवाद हो गया है. भारतीय मूल के ममदानी के हाथ से चावल खाने के एक वीडियो को लेकर यह विवाद पैदा हुआ. रिपब्लिकन नेता ब्रैंडन गिल ने इस तरह से खाने को असभ्य बताया है.
अमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.