अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने भारत (India) और रूस (Russia) पर अपनी भड़ास निकालते हुए दावा किया था कि भारत, चीन (China) और रूस में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब है. ये देश अपनी हवा का ध्यान नहीं रखते हैं, जबकि अमेरिका हमेशा एयर क्वालिटी का ध्यान रखता है. ट्रम्प ने पेरिस जलवायु समझौते से US के हटने की बात दोहराते हुए कहा कि इसने इसे "गैर-प्रतिस्पर्धी राष्ट्र" बना दिया था. अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान के बाद कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने ट्रम्प के साथ पीएम मोदी की दोस्ती के दिखावे को लेकर प्रधानमंत्री पर तंज कसा.
कपिल सिब्बल ने डोनाल्ड ट्रम्प के इस बयान और उनकी भारत से संबंधित कुछ अन्य टिप्पणियों का हवाला देकर पीएम मोदी और सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह मित्रता का फल है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत में कोविड-19 से मौतों के आंकड़ों पर सवाल उठाना, ट्रम्प के साथ दोस्ती का फल है. ट्रम्प ने कहा कि भारत खराब वायु भेजता है, वहां की हवा खराब है. भारत टैरिफ किंग है. ये सब 'हाउडी मोदी' का नतीजा है.
Trump : Fruits of Friendship
— Kapil Sibal (@KapilSibal) October 23, 2020
1) Questions India's COVID death toll
2) Says India sends dirt up into the air
India “ air is filthy “
3) Called India “ tariff king “
The result of “Howdy Modi “ !
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने दावा किया कि इस वक्तव्य से ट्रम्प ने जलवायु परिवर्तन पर अपनी कम जानकारी भी उजागर की है. शर्मा ने ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने 'नमस्ते इंडिया' का अपमान किया है और जलवायु परिवर्तन पर अपनी जानकारी की कमी उजागर की है.' कांग्रेस के विदेश मामलों के विभाग के प्रमुख ने कहा, 'ट्रम्प को इस तथ्य के बारे में बताया जाना चाहिए था कि अमेरिका ऐतिहासिक रूप से सबसे ज्यादा प्रदूषण पैदा करने वाला देश है और वहां ग्रीनहाउस गैस का प्रति व्यक्ति उत्सर्जन भी भारत से 6 गुना अधिक है.'
प्रेसिडेंशियल डिबेट में भारत-रूस पर बरसे डोनाल्ड ट्रम्प, कहा- 'देख लीजिए वहां हवा कितनी खराब!'
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन, भारत और रूस पर 'दूषित वायु' से निपटने के लिए उचित कदम ना उठाने का आरोप लगाते हुए, पेरिस जलवायु समझौते से हटने के अमेरिका के कदम को सही ठहराया. बेलमॉन्ट विश्वविद्यालय में राष्ट्रपति पद के चुनाव की अंतिम आधिकारिक बहस (प्रेसिडेंशियल डिबेट) के दौरान ट्रंप ने कहा, 'चीन को देखिए, कितना गंदा है. रूस को देखिए, भारत को देखिए, वहां गंदगी है. हवा बहुत प्रदूषित है.' बता दें कि अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव है. (इनपुट भाषा से भी)
VIDEO: राहुल गांधी से बात करने के बाद कपिल सिब्बल ने डिलीट किया ट्वीट
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनUSAID पर घमासान, ट्रंप ने कहा-'भारत के पास बहुत पैसा, हम 1.8 अरब क्यों दे रहे हैं?'
Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष जयजानबाइडन का दर्द-ए-दिल, मैं ट्रंप को पक्का हरा देता लेकिन...
Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.