भारतीय-अमेरिकी (Indian-American) मूल की नबीला सईद (Nabeela Syed) ने हाल ही में हुए अमेरिकी मध्यावधि चुनाव (US midterm elections) में इतिहास लिख दिया है. वह इलिनॉइस की जनरल असेंबली (Illinois General Elections) में पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की सदस्य बन गईं हैं. 23 साल की नबीला ने अपने रिपब्लिकन विपक्षी क्रिस बोस को हराया. उन्हें इस चुनाव में इलिनॉइस स्टेट हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में 51st डिस्ट्रिक्ट में पहुंचने के लिए 52.3% वोट मिले. उन्होंने ट्विटर पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, मेरा नाम नबीला सईद है. मैं एक 23 साल की मुस्लिम, भारतीय-अमेरिकी महिला हूं. हमने अभी-अभी एक रिपब्लिकन्स के कब्जे वाली सीट को पलट दिया है.
My name is Nabeela Syed. I'm a 23-year old Muslim, Indian-American woman. We just flipped a Republican-held suburban district.
— Nabeela Syed (@NabeelaforIL) November 9, 2022
And in January, I'll be the youngest member of the Illinois General Assembly.
उन्होंने कहा कि जनवरी में वह इलिनॉइस जनरल असेंबली की सबसे युवा सदस्य होंगी.
एक बाद में किए गए ट्वीट में सईद ने कहा, आपका धन्यवाद, "हमारी असाधारण टीम ने इसे संभव बनाया."
नबीला सईद ने इंस्टाग्राम पर अपनी यात्रा के बारे में एक लंबा नोट लिखा है. उन्होंने कहा कि जब मैंने स्टेट रिप्रेजेंटेटिव के लिए अपलाई किया तो मैंने इसे एक मिशन बना लिया जिसमें लोगों के साथ सच्चे तौर पर संवाद करना था- ताकि उन्हें हमारे लोकतंत्र का हिस्सा बनने की एक वजह मिल सके और उन्हें हमारे मूल्यों का प्रतिनिधित्व करने वाला बेहतर नेतृत्व मिलने की उम्मीद मिले."
Thank you thread incoming tomorrow. We had an incredible team that made this possible. 💙
— Nabeela Syed (@NabeelaforIL) November 9, 2022
सईद ने आगे कहा कि उन्होंने इस मुकाबले को इसलिए जीता क्योंकि हमने वो संवाद किया.
सभी को समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए नबीला ने कहा, "मैंने हर इस जिले का हर दरवाजा खटखटाया. कल से मैं फिर से हर दरवाज़े पर जाकर उन्हें धन्यवाद दूंगी जो उन्होंने मुझमें विश्वास जताया. मैं काम के लिए तैयार हूं."
सोशल मीडिया पर सईद को लगातार मुबारकबाद मिल रही है. एक यूज़र ने ट्विटर पर लिखा," मुझे गर्व है कि युवा आगे आ रहे हैं. यह आपका समय है. बेहतर चीज़ें कीजिए."
I'm so proud of the young people stepping up. It's your time. Do great things.
— Soms 🌼 look! tiny ᴾʳᵒᵒᶠ (@_fullofstars) November 9, 2022
एक और व्यक्ति ने लिखा, बेहतरीन नबीला, आप कभी अकेली नहीं हैं और हम हर कदम पर आपके साथ हैं.
एक अन्य यूज़र ने पोस्ट पर लिखा है, "बहुत मुबारक नबीला, मैं आशा करता हूं कि आपकी यात्रा लंबी हो."
नबीला सईद ने राजनैतिक विज्ञान और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी ग्रेजुएशन यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया, बर्कले से की है.
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनUSAID पर घमासान, ट्रंप ने कहा-'भारत के पास बहुत पैसा, हम 1.8 अरब क्यों दे रहे हैं?'
Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष जयजानबाइडन का दर्द-ए-दिल, मैं ट्रंप को पक्का हरा देता लेकिन...
Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.