अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट में डेमोक्रेटिक कैंडिडेट जो बाइडेन (Joe Biden) के साथ बहस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने कोरोनावायरस की मौतों (Coronavirus Death Toll) को लेकर बड़ा बयान दिया. अपने संबोधन के दौरान कोरोनावायरस से अमेरिका में हुई मौतों के मुद्दे पर राष्ट्रपति ट्रंप ने बोलते हुए चीन और रूस के साथ भारत पर भी मौत का सही आंकड़ा नहीं देने का आरोप लगा दिया.
ट्रंप अमेरिका में लॉकडाउन लगाने और लाखों लोगों की मौत पर अपनी नीतियों का बचाव करते हुए ट्रंप ने कहा कि अगर वो वक्त पर लॉकडाउन नहीं लगाते तो इससे भी ज्यादा लोगों की मौत होती. ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, 'अगर हमने देश को खोले रखा होता तो बस दो लाख ही नहीं, इससे ज्यादा लोगों की जान गई होती. ये सब चीन की गलती है. और जब आप आंकड़ों की बात करते हैं तो आपको क्या पता चीन में कितने लोगों की मौत हुई है. रूस में कितने लोग मरे हैं या फिर भारत में कितने लोग मरे हैं. ये लोग सही आंकड़े नहीं देते हैं.'
ट्रंप ने जो बाइडेन पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'जब मैंने लॉकडाउन लगाया तो आपने मुझे रेसिस्ट, नस्लवादी बताया था. आपको लगा था कि ये बहुत बुरा फैसला था, लेकिन डॉक्टर फाउची ने खुद कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने लाखों जिंदगियां बचाई हैं.'
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बता दें कि अमेरिका ने फरवरी-मार्च से ही देश बंद करना शुरू कर दिया था. ट्रंप ने सबसे पहले कई देशों से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर बैन लगाया था, जिसे लेकर शुरुआत में उनकी आलोचना हुई थी. हालांकि, ट्रंप कोरोनावायरस को हमेशा डाउनप्ले करते रहे हैं यानी कम खतरनाक बताते रहे हैं, इसे लेकर भी उनकी आलोचना हुई है.
फिलहाल अमेरिका कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा मामलों में पूरी दुनिया में नंबर वन है. यहां अब तक संक्रमण के 71,48,009 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, 2,05,069 लोगों की मौत हो चुकी है. यहां फिलहाल कुल एक्टिव केस 41,48,332 हैं, वहीं, 27,94,608 लोग वायरस से ठीक हो चुके हैं. बता दें कि नवंबर के शुरुआती हफ्ते में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं.
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Written by: प्रभांशु रंजनडोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
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दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
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