US Presidential election 2024 Donald Trump Vs Kamala Harris: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग को एक दिन बचा है. ऐसे में वोटरों का हल्का सा स्विंग किसी की भी किस्मत बदल सकता है. अमेरिकी चुनाव को लेकर नए-नए सर्वेक्षण आ रहे हैं और सभी सर्वेक्षणों में कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है. नवीनतम जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच चुनावी लड़ाई बेहद करीबी दिखाई दे रही है. यह लड़ाई इतनी करीबी की दिखाई दे रही है कि अंतिम पलों तक यह समझ पाना मुश्किल हो रहा है कि कौन जीत रहा है.
समर्थक प्रत्याशियों के साथ एकजुट
60 वर्षीय कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हैं और 78 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार हैं. दोनों ही पार्टी के सदस्य और जन-समर्थन का आधार अपनी-अपनी पार्टियों के साथ एकजुट हैं. ऐसे में यह साफ कि स्विंग वोट यह तय कर सकते हैं कि व्हाइट हाउस का अगला उत्तराधिकारी कौन होगा.
सात राज्य तय करेंगे अगला राष्ट्रपति
चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवारों को 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की आवश्यकता होती है. नवीनतम जनमत सर्वेक्षणों से संकेत मिल रहा है कि चुनाव का फैसला सात अहम चुनावी राज्यों एरिज़ोना, नेवादा, विस्कॉन्सिन, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया, उत्तरी कैरोलिना और जॉर्जिया के परिणामों से होगा.
अभी तक के सर्वेक्षणों में करीबी लड़ाई
नए सर्वेक्षणों से पता चलता है कि राष्ट्रपति पद की दौड़ अभी तक साफ नहीं हो पाई है और काउंटिंग में भी काफी समय लगने वाला है. न्यूयॉर्क टाइम्स और सिएना कॉलेज के सर्वेक्षणों के अंतिम सेट में पाया गया है कि हैरिस को उत्तरी कैरोलिना और जॉर्जिया में कुछ बढ़त मिल रही है, लेकिन ट्रंप ने पेंसिल्वेनिया में उनकी बढ़त को खत्म दिया है और एरिजोना में अपनी बढ़त बरकरार रखी है.
द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, सर्वेक्षणों से पता चलता है कि हैरिस अब नेवादा, उत्तरी कैरोलिना और विस्कॉन्सिन में बहुत कम मार्जिन से आगे हैं, जबकि ट्रंप एरिज़ोना में आगे हैं.
किसी उम्मीदवार को पास निश्चित बढ़त नहीं
रिपोर्ट में कहा गया है, "सर्वेक्षण से पता चलता है कि मिशिगन, जॉर्जिया और पेंसिल्वेनिया में करीबी मुकाबला है. लेकिन सभी सात राज्यों के नतीजे सैंपलिंग एरर के दायरे में हैं. इसका मतलब यह है कि दोनों में से किसी भी उम्मीदवार के पास कोई निश्चित बढ़त नहीं है."
रियल क्लियर पॉलिटिक्स, जो सभी प्रमुख राष्ट्रीय और राज्यों के चुनावों पर नज़र रखती है, का कहना है कि यह ट्रंप और हैरिस के बीच बराबरी का मामला है. राष्ट्रीय चुनावों में, ट्रंप 0.1 प्रतिशत अंकों से आगे हैं, और राज्यों में पूर्व राष्ट्रपति को 0.9 प्रतिशत अंकों की बढ़त है.
रियल क्लियर पॉलिटिक्स के अनुसार, युद्ध के मैदानों में, जॉर्जिया, उत्तरी कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया और एरिज़ोना में त्रुटि की गुंजाइश के बावजूद, ट्रंप को बढ़त हासिल है; जबकि हैरिस को मिशिगन और विस्कॉन्सिन में बढ़त हासिल है.
अपने अंतिम सर्वेक्षण में, एनबीसी न्यूज का कहना है कि सर्वेक्षण से पता चलता है कि हैरिस को आमने-सामने के मुकाबले में पंजीकृत मतदाताओं में से 49 प्रतिशत का समर्थन मिल रहा है, जबकि ट्रंप को समान रूप से 49 प्रतिशत का समर्थन मिल रहा है. समाचार चैनल ने कहा, "सिर्फ दो प्रतिशत मतदाताओं का कहना है कि वे विकल्प को लेकर अनिश्चित हैं."
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
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अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
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एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.