अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव (US President Election) के नतीजों पर धुंध छटने लगी है. डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बाइडेन (Joe Biden) बहुमत के लिए जरूरी 270 निर्वाचक वोटर हासिल करने के बेहद करीब पहुंच गए हैं. उन्होंने बुधवार रात डेलावर प्रांत के होम टाउन बिलमिंगटन में दिए ताजा बयान में कहा, निश्चित तौर पर मैं जीत रहा हूं. डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) मतगणना को कानूनी चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं.
बाइडेन 253 वोट हासिल कर चुके हैं. 11 वोट वाले एरिजोना, छह वोट वाले नेवादा और 10 वोट वाले विस्कोंसिन में भी उनकी बढ़त कायम है. अगर ये तीनों राज्य ही बाइडेन जीत लेते हैं तो वह 280 तक पहुंच जाएंगे. बाइडेन ने कहा, मुझे पूरा यकीन है कि जब मतगणना समाप्त होगी तो निश्चित तौर पर हम विजयी होंगे. उन्होंने फिर जोर देकर कहा कि हर वोट की गिनती की जानी चाहिए. बाइडेन ने कहा कि बाकी के बचे स्विंग स्टेट में उन्होंने रिपब्लिकन प्रत्याशी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ बढ़त बना ली है और इसी से नतीजे पर मुहर लगेगी.
मंगलवार को हुए चुनाव में बाइडेन और ट्रंप ने क्रमशः डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टी के गढ़ में जीत का परचम लहराया.ऐसे में स्विंग स्टेट यानी जिन राज्यों में पासा किसी भी ओर पलट सकता है, उन पर सबकी निगाहें टिक गईं थीं. दोबारा राष्ट्रपति बनने का ख्वाब टूटता देख ट्रंप और उनकी लीगल टीम ने नतीजों को चुनौती देने की तैयारी शुरू कर दी है. डोनाल्ड ट्रंप ने कांटे की टक्कर वाले राज्यों में मतगणना रोकने या कुछ जगहों पर दोबारा काउंटिंग कराने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का संकेत दिया है.
बाइडेन ने कहा, रात भर चली लंबी मतगणना के बाद यह पूरी तरह स्पष्ट हो गया है कि हम राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के लिए 270 निर्वाचक वोट हासिल करने की ओर बढ़ रहे हैं. ट्रंप पर कटाक्ष करते हुए पूर्व उप राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, "मैं यहां यह घोषित करने नहीं आया कि वह चुनाव जीत गए. लेकिन पूरा भरोसा है कि मतगणना समाप्त होते ही वही विजेता होंगे. "
अमेरिका गए राहुल गांधी के बयान पर फिर बवंडर, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में वोट देने के तरीके को बदलने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप, भारत का उदाहरण देकर बताया क्या जरूरी
Written by: NDTV इंडियाकनाडा के PM मार्क कार्नी रविवार को करेंगे बड़ा ऐलान, इसके पीछे की वजह भी जानिए
Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.