
सुरक्षा में बड़ी विफलता को लेकर बढ़ते दबाव के बीच अमेरिकी सीक्रेट सर्विस (US Secret Service) ने सोमवार को एक शूटर के डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) पर गोली चलाने के मामले की स्वतंत्र समीक्षा में सहयोग करने का संकल्प लिया. पूर्व राष्ट्रपति 78 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप की शनिवार को पेंसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली के दौरान हत्या की कोशिश की गई, वे गोली लगने से घायल हो गए. हमले की इस घटना ने नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव से पहले देश को झकझोर दिया है.
सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर किम्बर्ली चीटल ने एक बयान में कहा, "सीक्रेट सर्विस सभी संबंधित संघीय, राज्य और स्थानीय एजेंसियों के साथ मिलकर यह समझने के लिए काम कर रही है कि क्या हुआ, कैसे हुआ और हम इस तरह की घटना को दोबारा होने से कैसे रोक सकते हैं."
चीटल ने कहा कि, "हम कल राष्ट्रपति बाइडेन की ओर से घोषित स्वतंत्र समीक्षा की अहमियत को समझते हैं और इसमें पूरी तरह से शामिल होंगे. हम किसी भी निरीक्षण कार्रवाई पर उचित समितियों के साथ भी काम करेंगे."
शनिवार को पेनसिल्वेनिया के बटलर में जब ट्रंप एक रैली को संबोधित कर रहे थे तभी कई धमाके हुए. उन्होंने अपना कान पकड़ लिया. उनके कान और गाल पर खून दिखाई दे रहा था. फिर वे फर्श पर गिर पड़े. तुरंत सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें पास के एक वाहन में ले गए. हमले में एक दर्शक की मौत हो गई, और दो घायल हो गए.
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रैली में सुरक्षा की पूरी समीक्षा करने का आदेश दिया. साथ ही उन्होंने इस सप्ताह विस्कॉन्सिन के मिल्वौकी में होने वाले रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में भी सुरक्षा की समीक्षा करने को कहा. वहां ट्रम्प को पार्टी का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नामिनेट किया जाएगा.
सीक्रेट सर्विस पर इस बात को लेकर दबाव बढ़ रहा है कि कैसे एक बंदूकधारी को असॉल्ट राइफल के साथ दुनिया की सबसे सुरक्षित राजनीतिक हस्तियों में से एक से करीब 500 फीट (150 मीटर) की दूरी पर छत पर खड़े होने की इजाजत दी गई.
सवाल तब और भी गहरा गए जब लोगों के मोबाइल फोन के फुटेज सामने आए जिनमें वे छत पर गनमैन को देख रहे थे और गोलीबारी शुरू होने से पहले सुरक्षाकर्मियों को चेतावनी देने की कोशिश कर रहे थे.
ट्रम्प सोमवार को सम्मेलन में भाग लेंगे. चीटल ने कहा है कि एजेंसी इस कार्यक्रम में सुरक्षा कड़ी करने के लिए काम कर रही है. रविवार को सीक्रेट सर्विस ने कहा कि वह सम्मेलन के लिए "पूरी तरह तैयार" है.
छठ और चुनाव, बिहार में एक साथ दो उत्सव
रंधीर कुमार गौतम और केयूर पाठकLIVE: बिहार के इन 3 जिलों में आज तेजस्वी यादव की जनसभा, भरेंगे चुनावी हुंकार
Edited by: श्वेता गुप्ताLIVE: कृषि मशीनरी पर जीएसटी सुधारों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे बैठक
Reported by: हिमांशु शेखर मिश्रा, Edited by: श्वेता गुप्ताबिहार-यूपी के गांवों से निकलकर आज अपनी वैश्विक पहचान बना चुके छठ पर्व की भावना और बिहार विधानसभा चुनाव पर रंधीर कुमार गौतम और केयूर पाठक की टिप्पणी.
LIVE: बेतिया सांसद डॉ संजय जयसवाल से 10 करोड़ की रंगदारी मांगे जाने का मामला सामने आया है. अपराधियों ने रंगदारी नहीं देने पर बीजेपी सांसद के बेटे को मारने की धमकी दी है.
गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को रोहतास में10 जिलों से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. शाह ने कहा कि आज की बैठक सिर्फ नेताओं की नहीं, बल्कि उन कार्यकर्ताओं की है जो चुनाव जीतने की असली ताकत हैं.
Voter ID Card: किसी भी भारतीय के पास दो मतदाता पहचान पत्र होना गलत है. पैन कार्ड या आधार कार्ड जैसे दस्तावेजों की तरह तो ईपीआईसी वाले वोटर आईडी कार्ड रखना भी मुसीबत की वजह बन सकता है.
न्यूयॉर्क के मेयर चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी के हाथ से खाना खाने पर विवाद हो गया है. भारतीय मूल के ममदानी के हाथ से चावल खाने के एक वीडियो को लेकर यह विवाद पैदा हुआ. रिपब्लिकन नेता ब्रैंडन गिल ने इस तरह से खाने को असभ्य बताया है.
अमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.

