अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है, ऐसे में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स पार्टी जमकर चुनाव प्रचार कर रही है. ट्रंप के करीबी सहयोगी शलभ कुमार ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एनडीटीवी संग से खास बातचीत की. शलभ कुमार ने एनडीटीवी से कहा कि जब तक डेमोक्रेट्स के लिए कोई चमत्कार नहीं होता, तब तक डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति हैं. शिकागो के व्यवसायी शलभ कुमार ने कहा कि हत्या के असफल प्रयास का मतलब है कि नवंबर के चुनाव में ट्रंप के लिए चुनावी बिसात तैयार हो चुकी है. रिपब्लिकन हिंदू गठबंधन के अध्यक्ष शलभ कुमार ने कहा, "ट्रंप की हत्या के प्रयास ने चुनाव अभियान को लगभग समाप्त कर दिया है. इस समय डेमोक्रेट्स के लिए यह तय करना बहुत चुनौतीपूर्ण है कि उन्हें क्या करना है. मतदाताओं के मन में इस तरह का विरोधाभास बना हुआ है. इससे दो हफ़्ते पहले, आपने ट्रंप और बाइडेन के बीच यह बहस देखी थी, जहां राष्ट्रपति बाइडेन सहित हर कोई मानता है कि यह उनके लिए वास्तव में एक बुरी रात थी, वह बस खोए हुए लग रहे थे. ऐसा लग रहा था कि वह कहीं नहीं थे; किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे सके, उन्हें स्लीपी जो के नाम से जाना जाता है."
शलभ कुमार ने कहा कि इसके विपरीत हमारे पास एक मजबूत और लड़ाकू व्यक्ति है, जो कि 78 वर्षीय व्यक्ति जैसा नहीं दिखता. उसके दाहिने कान में गोली लगने के बाद, यदि वह सीधे देखता तो गोली सीधे उसके सिर में जा लगती. वह उठता है और लड़ने की भावना रखता है, कहता है लड़ो, लड़ो, लड़ो. अमेरिकी अपने राष्ट्रपतियों में यही देखना पसंद करते हैं. जैसा कि अभी स्थिति है, जब तक डेमोक्रेट कोई अलग उम्मीदवार नहीं लाते, उनके पास अभी भी एक महीना बाकी है, यह चुनाव खत्म हो चुका है. डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर पुनर्विचार किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अंतिम समय में बदलाव किया जाएगा, जिससे मुकाबला रोमांचक हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी भी उनके पास फैसला करने के लिए एक महीना है. मैं अभी भी इस बात पर दांव लगा रहा हूं कि राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी पत्नी मिशेल ओबामा को अंतिम समय में आगे आने के लिए मना लेंगे, तब असली मुकाबला होगा.
एनडीटीवी संग बातचीत में शलभ ने साथ ही कहा कि ट्रंप और बाइडेन के बीच कोई मुकाबला नहीं है. ट्रंप और कमला हैरिस के बीच कोई मुकाबला नहीं है. पर्दे के पीछे, डेमोक्रेट की तरफ से हर कोई चाहता है कि मिशेल ओबामा को डेमोक्रेट उम्मीदवार बनने के लिए राजी किया जाए. एक अच्छी प्रतियोगिता हमेशा एक अच्छी बात होती है. उन्होंने जो भी कहा वो 1984 में रोनाल्ड रीगन के फिर से चुनाव अभियान में शामिल था. उन्हें कुछ अलग करना होगा. मुझे उम्मीद है कि ओबामा मिशेल को आगे आने के लिए मना लेंगे, फिर असली मुकाबला होगा. उन्हें किसी और को ढूंढना होगा. यह पूछे जाने पर कि हत्या के प्रयास के बाद फंड रेसिंग काम कैसे चल रहा है, जिस पर कुमार ने कहा कि इसमें नाटकीय वृद्धि देखी गई है. दानकर्ता वर्ग देख रहा है कि डीजेटी (डोनाल्ड जॉन ट्रम्प) 47वें राष्ट्रपति के रूप में वापस आ रहे हैं. मुझे यकीन है कि आप जानते होंगे कि एलन मस्क ने क्या किया है. चुनाव तक हर महीने 45 मिलियन डॉलर, पीटर थिएल और बड़े-बड़े लोग आगे आकर अभियान को फंड दे रहे हैं. हत्या के प्रयास के बाद धन जुटाने में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है.
किसके पक्ष में अमेरिकी हिंदू
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में औपचारिक नामांकन जीता और अपने साथी के रूप में दक्षिणपंथी वफादार जेडी वेंस को चुना. शलभ ने कहा, "हमारे देश में 6 मिलियन हिंदू अमेरिकी हैं, जिनमें से 3.3 मिलियन पंजीकृत मतदाता हैं. हिंदू अमेरिकी, भारतीय अमेरिकी, वे खुद को स्वतंत्र घोषित करना पसंद करते हैं. वे आगे-पीछे होते रहते हैं. 2008, 2012 में वे मुख्य रूप से डेमोक्रेट के पक्ष में थे और 2016 में हमने इसे काफी हद तक बदल दिया, फिर 2020 में, वे वापस डेमोक्रेट में चले गए. शायद वे तटस्थ हैं. हिंदू अमेरिकी, वे व्यावहारिक रूप से अंतिम समय में तय करते हैं कि वे किसे वोट देने जा रहे हैं, शायद चुनाव के दिन ही. वे किसी विशेष पार्टी के प्रति प्रतिबद्ध नहीं हैं." 78 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति घायल हो गए, मगर उनकी जान जाते-जाते बची, यह एक निर्लज्ज हमला था.
ट्रंप बोल रहे थे तभी कई धमाके हुए, उन्होंने अपना कान पकड़ लिया, उनके कान और गाल पर खून साफ दिखाई दे रहा था, फिर वे फर्श पर गिर पड़े, तभी सीक्रेट सर्विस के एजेंट पोडियम पर आ गए, उन्हें घेर लिया और उन्हें पास की गाड़ी में ले गए. गोलीबारी के बाद खून से लथपथ ट्रंप द्वारा मुट्ठी लहराने की प्रतीकात्मक तस्वीरें पहले से ही रिपब्लिकन की उम्मीदों को बल दे रही हैं कि मतदाता नवम्बर में उनकी भारी जीत के लिए उनके साथ होंगे. उन्होंने जोर देकर कहा, "हत्या के प्रयास के बाद का अभियान एक अलग अभियान बन गया है, यह पूरी तरह से अलग है. प्रतिनिधियों और जमीनी स्तर पर लोगों, MAGA की भीड़ में उत्साह चरम पर है. जैसा कि हर कोई महसूस कर सकता है कि इस समय, जब तक डेमोक्रेट के लिए कोई चमत्कार नहीं होता, ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति हैं और हम सभी इस बात से बहुत खुश हैं."
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनUSAID पर घमासान, ट्रंप ने कहा-'भारत के पास बहुत पैसा, हम 1.8 अरब क्यों दे रहे हैं?'
Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष जयजानबाइडन का दर्द-ए-दिल, मैं ट्रंप को पक्का हरा देता लेकिन...
Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.