कोरोना महामारी की शुरुआत में ही शिवाली सोशल मीडिया पर कॉन्टेंट क्रिएट करने लगी थीं, और लोगों को अपने साथ जोड़कर उन्हें प्रेरित करना चाहती थीं. उनका मानना है कि सोशल मीडिया में लोगों की तकलीफें दूर करने का ताकत है, और इसीलिए लगातार इसमें योगदान देती रहती हैं.