Coronavirus: कोरोनावायरस से पैदा हुई स्थिति को देखते हुए चीन और ईरान को छोड़कर अन्य देशों के छात्र घर बैठे ही परीक्षा दे सकेंगे. शैक्षणिक जांच सेवा (ईटीएस) से यह जानकारी मिली है. कोरोनावायरस के प्रकोप को देखेत हुए पूरी दुनिया में यह परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी.
टीओईएफएल (TOEFL) कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक श्रीकांत गोपाल ने बताया, ‘‘ कोरोनावायरस से प्रभावित दुनिया भर के छात्रों के लिए घर पर ही समाधान निकाला गया है. केंद्रों पर परीक्षा होने के लिए स्थिति ठीक होने तक टीओईएफएल और जीआरआई परीक्षा घर पर ही आयोजित होगी.''
उन्होंने कहा कि घर पर परीक्षा होने में उच्च स्तर के मानकों, विश्वसनीयता और सुरक्षा का ख्याल रखा जाएगा और इसमें वास्तविक समय में मानवीय निगरानी समेत कृत्रिम मेधा तकनीक का भी सहारा लिया जाएगा.
SSC ने कैंसिल किए ये एग्जाम
स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) कोरोनावायरस (Coronavirus) के चलते कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल (CHSL 2019) एग्जाम और जूनियर इंजीनियरिंग एग्जाम (JE) पहले ही स्थगित कर चुका है. लेकिन इन दो एग्जाम के अलावा कई दूसरे एग्जाम भी स्थगित किए जा सकते हैं. दरअसल, देश में कोरोनावायरस महामारी के चलते हालातों के मद्देनजर स्कूल से लेकर एंट्रेंस और रिक्रूटमेंट एग्जाम तक स्थगित करने पड़े हैं
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Reported by: भाषा, Written by: मोहित चतुर्वेदीसन 2020 की गर्मियों में जब पूरी दुनिया कोरोनो वायरस महामारी के कारण ठहर गई थी. तब भारतीय मूल की डॉक्टर कुलविंदर कौर गिल ने सरकार की ओर से लगाए गए लॉकडाउन और टीकाकरण के आदेश के खिलाफ बात की थी. लेकिन उनके इस रुख के चलते उन्हें चिकित्सा संस्थानों की ओर से मुकदमों और एक्स (ट्विटर) के पिछले प्रबंधन द्वारा सेंसरशिप का सामना करना पड़ा.
पहले, एक दिन में COVID-19 के 750 मामले रिपोर्ट हो रहे थे, जो अब 200 के नीचे पहुंच गए हैं. वहीं एक्टिव मामले जो 4500 के करीब जा पहुंचे थे, अब 2800 के आसपास ही हैं.
WHO ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता कोरोना (Coronavirus JN.1) के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ा दी है. दुनियाभर में इसी वेरिएंट की मौजूदगी सबसे ज़्यादा पाई गई. वहीं संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होनो वालों की तादाद भी 42 % बढ़ गई.
अधिकारियों ने कहा कि देश में संक्रमण के मामले बढ़ने और जेएन.1 उपस्वरूप के मामलों की पुष्टि होने के बावजूद तत्काल चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि अधिकतर संक्रमित मरीजों ने घर पर रहकर उपचार का विकल्प चुना है और उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं.
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संतोष सुखदेव ने एक आधिकारिक आदेश में कहा, "जिले में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर कोविड-19 के प्रसार पर अंकुश पाने के लिए एहतियाती कदमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया जाता है."
अब तक दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस के जेएन.1 सब-वैरिएंट के मामले सामने आये हैं.