Coronavirus Update: कोरोना वायरस की वजह में बिहार में भी 31 मार्च तक लॉकडाउन है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में जिन लोगों के पास राशन कार्ड है उन्हें अगले एक महीने तक मुफ्त राशन दिया जाएगा. नीतीश कुमार ने कहा कि लॉकडाउन वाले क्षेत्रों में राशन कार्ड रखने वाले प्रत्येक परिवार को 1000 रुपये मिलेंगे. साथ ही कक्षा 1 से कक्षा 12 के छात्रों को 31 मार्च तक छात्रवृत्ति मिलेगी. इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि पेंशनरों को भी 3 महीने की पेंशन अग्रिम मिलेगी. इसके साथ-साथ स्वास्थ्य अधिकारियों और श्रमिकों को पुरस्कार के रूप में एक महीने का अतिरिक्त वेतन दिया जाएगा.
All doctors and medical staff in #Bihar will get an amount equivalent to their one month of basic pay as encouragement: Chief Minister Nitish Kumar on #CornavirusPandemichttps://t.co/4bQ7FKmJEd
— ANI (@ANI) March 23, 2020
बता दें, भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से रविवार को तीन और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या सात हो गई है. मृतकों में बिहार और गुजरात में हुई एक-एक व्यक्ति की मौत का मामला भी शामिल हैं. कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 390 हो गई है. इस बीच इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 22 मार्च की मध्य रात्रि से 31 मार्च की मध्यरात्रि तक सभी यात्री ट्रेन और अंतरराज्यीय बस सेवाओं को बंद करने की रविवार को घोषणा की गई और अभूतपूर्व कदम उठाते हुए 80 जिलों में लॉकडाउन किया गया है.
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी. यही नहीं, इस बीमारी से मौत होने पर मरीज के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएग. इधर कोरोना वायरस के कारण भारतीय रेलवे ने अपनी सभी यात्रा सेवाओं को बंद कर दिया है. केवल मालगाड़ियां चलेंगी. ऐसे में 13,523 ट्रेनों पहिए थम गए हैं. इनमें 5881 ईएमयू, 3695 मेल एक्सप्रेस और 3947 पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं. पहले रेलवे ने केवल पैसेंजर ट्रेन बंद करने का ऐलान किया था. लेकिन रविवार रात रेलवे ने सभी यात्री सेवाओं को बंद करने का फैसला किया.
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Reported by: भाषा, Written by: मोहित चतुर्वेदीकोविड-19 रोधी वैक्सीन 'कोविशील्ड' बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने खुद स्वीकार कर लिया है कि इसे लेने वाले लोगों में रेयर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. द टेलीग्राफ (यूके) ने बताया कि ब्रिटिश फार्मा दिग्गज एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उसकी कोविड वैक्सीन के रेयर साइड इफेक्ट हो सकते हैं.
कोरोना महामारी के दौरान एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया गया था और देश में व्यापक रूप से इसे लोगों को दिया गया था.
सुप्रीम कोर्ट ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आईएमए) की एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें रामदेव पर कोविड रोधी टीकाकरण अभियान और आधुनिक दवाओं के खिलाफ मुहिम चलाने का आरोप लगाया गया.
सन 2020 की गर्मियों में जब पूरी दुनिया कोरोनो वायरस महामारी के कारण ठहर गई थी. तब भारतीय मूल की डॉक्टर कुलविंदर कौर गिल ने सरकार की ओर से लगाए गए लॉकडाउन और टीकाकरण के आदेश के खिलाफ बात की थी. लेकिन उनके इस रुख के चलते उन्हें चिकित्सा संस्थानों की ओर से मुकदमों और एक्स (ट्विटर) के पिछले प्रबंधन द्वारा सेंसरशिप का सामना करना पड़ा.
पहले, एक दिन में COVID-19 के 750 मामले रिपोर्ट हो रहे थे, जो अब 200 के नीचे पहुंच गए हैं. वहीं एक्टिव मामले जो 4500 के करीब जा पहुंचे थे, अब 2800 के आसपास ही हैं.
WHO ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता कोरोना (Coronavirus JN.1) के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ा दी है. दुनियाभर में इसी वेरिएंट की मौजूदगी सबसे ज़्यादा पाई गई. वहीं संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होनो वालों की तादाद भी 42 % बढ़ गई.