देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में रविवार को तेजी दर्ज की गई. पिछले 24 घंटे में यहां 63 नए मामले सामने आए जो कि एक दिन पहले की तुलना में 12 ज्यादा हैं. शनिवार को यहां 51 नए मरीज मिले थे. राहत की बात यह रही कि पिछले 24 घंटे में किसी मरीज की जान इस वायरस की वजह से नहीं गई और मृतकों का आंकड़ा 25,098 पर स्थिर बना हुआ है. यह लगातार छठा दिन है जब दिल्ली में कोरोना से किसी की जान नहीं गई है. इस दौरान 15 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई जिन्हें मिलाकर अब तक कुल 14,15,890 लोग ठीक हो चुके हैं. दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर फिलहाल 0.11 फीसदी हो गई है जबकि सक्रिय मरीजों की संख्या 370 है.
दिल्ली में सामने आया Omicron का पहला मामला, देशभर में यह पांचवां केस
- लगातार छठे दिन नहीं हुई एक भी मौत, 25,098 है कोरोना से मौत का कुल आंकड़ा
- 24 घंटे में आए 63 केस, 0.11 फीसदी हुई कोरोना संक्रमण दर
- सक्रिय मरीजों की संख्या 370
- होम आइसोलेशन में 144 मरीज
- सक्रिय कोरोना मरीजों की दर 0.025 फीसदी
- रिकवरी दर 98.23 फीसदी
- 24 घंटे में सामने आए 63 केस, कुल आंकड़ा 14,41,358
- 24 घंटे में डिस्चार्ज हुए 15 मरीज, कुल आंकड़ा 14,15,890
- 24 घंटे में हुए 55,711 टेस्ट, टेस्ट का कुल आंकड़ा 3,12,20,984 (RTPCR टेस्ट 48,432 एंटीजन 7279)
- कंटेन्मेंट जोन्स की संख्या- 86
- कोरोना डेथ रेट- 1.74 फीसदी
अगर पूरे देश की बात करें तो देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 8,895 मामले सामने आए. एक दिन पहले के मुकाबले देश में दैनिक मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है. इससे पहले 8,603 मामले सामने आए थे. इसके साथ ही देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी बीते दिन के मुकाबले में कम रही है. पिछले 24 घंटे में 6,918 लोग कोरोना से ठीक होने में कामयाब रहे हैं. इसके चलते कोरोना से ठीक होने वाले कुल लोगों की संख्या बढ़कर 3,40,60,774 हो गई है.
दिल्ली में भी ओमिक्रॉन को लेकर सख्ती, जोखिम वाले देशों से आने वालों का टेस्ट अनिवार्य
Coronavirus से लड़ने के लिए नौसेना ने तैयार की ये स्पेशल गन, जानिए इसकी कीमत और खासियत
Reported by: राजीव रंजन, Edited by: राहुल सिंहCoronavirus: मध्य प्रदेश में लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस ले रही 'भूतों' की मदद
Reported by: भाषालॉकडाउन में हुआ जुड़वां बच्चों का जन्म, माता-पिता ने बेटे का नाम रखा COVID, बेटी का Corona
Reported by: भाषा, Written by: मोहित चतुर्वेदीकोविड-19 रोधी वैक्सीन 'कोविशील्ड' बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने खुद स्वीकार कर लिया है कि इसे लेने वाले लोगों में रेयर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. द टेलीग्राफ (यूके) ने बताया कि ब्रिटिश फार्मा दिग्गज एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उसकी कोविड वैक्सीन के रेयर साइड इफेक्ट हो सकते हैं.
कोरोना महामारी के दौरान एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया गया था और देश में व्यापक रूप से इसे लोगों को दिया गया था.
सुप्रीम कोर्ट ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आईएमए) की एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें रामदेव पर कोविड रोधी टीकाकरण अभियान और आधुनिक दवाओं के खिलाफ मुहिम चलाने का आरोप लगाया गया.
सन 2020 की गर्मियों में जब पूरी दुनिया कोरोनो वायरस महामारी के कारण ठहर गई थी. तब भारतीय मूल की डॉक्टर कुलविंदर कौर गिल ने सरकार की ओर से लगाए गए लॉकडाउन और टीकाकरण के आदेश के खिलाफ बात की थी. लेकिन उनके इस रुख के चलते उन्हें चिकित्सा संस्थानों की ओर से मुकदमों और एक्स (ट्विटर) के पिछले प्रबंधन द्वारा सेंसरशिप का सामना करना पड़ा.
पहले, एक दिन में COVID-19 के 750 मामले रिपोर्ट हो रहे थे, जो अब 200 के नीचे पहुंच गए हैं. वहीं एक्टिव मामले जो 4500 के करीब जा पहुंचे थे, अब 2800 के आसपास ही हैं.
WHO ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता कोरोना (Coronavirus JN.1) के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ा दी है. दुनियाभर में इसी वेरिएंट की मौजूदगी सबसे ज़्यादा पाई गई. वहीं संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होनो वालों की तादाद भी 42 % बढ़ गई.