पोटेशियम का कम स्तर थकान और मांसपेशियों की कमज़ोरी का कारण बन सकता है.
Which Vitamin Deficiency cause of laziness : हर समय थका हुआ महसूस करना अच्छा संकेत नहीं होता है. ऐसा शरीर की फंक्शनिंग के लिए जरूरी विटामिन की कमी के कारण हो सकता है. पोषक तत्वों की कमी होने से ऊर्जा के स्तर और समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. इसके अलावा, पोषक तत्वों की कमी आपके स्वास्थ्य को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में आइए आज जानते हैं उन विटामिन के बारे में, जो आपकी सुस्ती और लो एनर्जी का कारण बनती है.
आयरन की कमी - आयरन की कमी (Deficiency) से होने वाले एनीमिया (Anemia) से हर वक्त थकान महसूस हो सकती है. इसे दूर करने के लिए, आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि रेड मीट, बीन्स, दाल, पालक और फोर्टिफाइड अनाज का सेवन करें. विटामिन सी आयरन के अवशोषण में मदद करता है, इसलिए आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को खट्टे फलों को खाएं.
विटामिन बी12 की कमी - बी12 (Vitamin B12 deficiency) के कम स्तर से थकान और कमजोरी हो सकती है. मांस, मछली, अंडे और डेयरी उत्पादों जैसे पशु-आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन करके इस कमी को दूर करें. यदि आप शाकाहारी या वीगन हैं, तो बी12 सप्लीमेंट लेने पर विचार करें.
विटामिन डी - इस विटामिन की कमी (vitamin D) से थकान और मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है. पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी के लिए धूप में समय बिताएं, सैल्मन और मैकेरल जैसी वसायुक्त मछलियां खाएं, फोर्टिफाइड डेयरी या प्लांट बेस्ड दूध का सेवन करें.
मैग्नीशियम की कमी - मैग्नीशियम का कम (Magnesium deficiency) स्तर थकान में योगदान कर सकता है. हरे पत्तेदार साग, मेवे, बीज, साबुत अनाज और फलियां जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करके इस कमी को दूर करें.
आयोडीन की कमी - आयोडीन थायरॉयड हार्मोन (deficiency of Iodine) के उत्पादन के लिए आवश्यक है जो चयापचय और ऊर्जा उत्पादन को नियंत्रित करता है. आयोडीन की कमी से थकान और सुस्ती हो सकती है. इस कमी को दूर करने के लिए आयोडीन युक्त नमक, समुद्री भोजन, समुद्री शैवाल और डेयरी उत्पादों का सेवन करें.
ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी - ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 fatty acid deficiency) मस्तिष्क के स्वास्थ्य, सूजन को कम करने और ऊर्जा उत्पादन में भूमिका निभाते हैं. ऐसे में इसकी कमी आपको सुस्त कर सकती है. वसायुक्त मछली (जैसे सैल्मन और सार्डिन), अखरोट, चिया बीज और अलसी का सेवन करके इसकी भरपाई कर सकते हैं.
पोटेशियम की कमी - पोटेशियम का कम स्तर थकान और मांसपेशियों की कमज़ोरी का कारण बन सकता है. इस कमी को दूर करने के लिए अपने आहार में केले, संतरे, एवोकाडो, शकरकंद और पालक जैसे पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें.
विटामिन सी की कमी - विटामिन सी की कमी से थकान और कमजोरी हो सकती है. विटामिन सी के स्तर को बढ़ाने के लिए अपने आहार में खट्टे फल, स्ट्रॉबेरी, कीवी, शिमला मिर्च और पत्तेदार साग शामिल करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
Sawan 2024 Date: इस शुभ योग में होगी सावन की शुरुआत, पंडित से जानें सही तिथि
Written by Tilak Raj | Tuesday January 07, 2025 , नई दिल्ली
भारत में चीन के खतरनाक एचएमपीवी वायरस की एंट्री हो गई है, जिसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड में आ गया है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एचएमपीवी वायरस को लेकर आज बैठक बुलाई है. बता दें कि यूपी के प्रयागराज में इस महीने महाकुंभ मेला लग रहा है, जिसमें करोड़ों लोग जुटेंगे.
भारत में चीन का खतरनाक वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) पहुंच गया है. दो बच्चों में ये वायरस पाया गया है. फिलहाल इसकी कोई वैक्सीन नहीं है, लेकिन इसके लक्षण सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं.
Reported by Nehal Kidwai, Edited by Tilak Raj | Monday January 06, 2025 , नई दिल्ली
ऐसा दावा किया जा रहा है कि एचएमपीवी वायरस चीन में हजारों लोगों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है. वहां हालात बेकाबू हो रहा हैं, अस्पतालों के बाहर मरीजों की भीड़ नजर आ रही है.
चीन का नया वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, जिसे एचएमपीवी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रकार का सामान्य श्वसन वायरस है, जो सभी उम्र के लोगों में फैल सकता है. इस वायरस का ज्यादा असर बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर होने की आशंका है. वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में अगर आप आते हैं तो आप भी इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं.
Written by Tilak Raj | Sunday January 05, 2025 , नई दिल्ली
चार साल बाद एक बार फिर एक खतरनाक वायरस दुनिया में दहशत पैदा कर रहा है. इस वायरस का कनेक्शन भी चीन से है ऐसा कहा जाने लगा है. भारत समेत सभी देश चीन की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. WHO ने भी चीन से स्थिति की पूरी जानकारी मांगी है.
Written by Tilak Raj | Saturday January 04, 2025 , नई दिल्ली
चीन का कहना है कि यहां किसी को कोई खतरा नहीं है, सर्दियों में खांसी-जुकाम के मामले आमतौर पर बढ़ जाते हैं. हालांकि, दावा किया जा रहा है कि चीन में लोग ह्यूमन मेटाप्नेयूमो वायरस (HMPV) और अन्य कई खतरनाक वायरस की चपेट में आ रहे हैं. जिन वायरस की चपेट में आने से सबसे ज्यादा लोग बीमार हो रहे हैं उनमें इन्फ्लुएंजा ए और माइकोप्लाज्मा जैसे वायरस शामिल हैं.