Covid XEC variant spread: वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 का "अधिक संक्रामक" संस्करण एक्सईसी पूरे यूरोप में अधिक तेजी से फैल रहा है और जल्द ही दुनिया के लिए नया तनाव बन सकता है. COVID-19 महामारी के चरम के दौरान वैज्ञानिकों ने SARS-CoV-2 वायरस की पहचान की थी. इसके कई नए वेरिएंट आए. इनमें से सबसे नया XEC वैरिएंट है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों का मानना है कि इसमें COVID-19 का प्रमुख स्ट्रेन बनने की क्षमता हो सकती है.
पहली बार जून में जर्मनी में पाया गया XEC संस्करण अब तक संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क और अन्य यूरोपीय देशों में पहचाना गया है. फिलहाल डेनमार्क और जर्मनी में XEC के 16-17% है. यूके और नीदरलैंड में लगभग 11-13% मामले हैं. द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक पोलैंड, नॉर्वे, लक्ज़मबर्ग, यूक्रेन, पुर्तगाल और चीन सहित 27 देशों के 500 नमूनों में एक्सईसी पाया गया है. यह वैरिएंट ओमिक्रॉन स्ट्रेन का एक उपवंश है और KS.1.1 और KP.3.3 उप-वेरिएंट का एक हाईब्रिड है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि XEC में उत्परिवर्तन का एक अनूठा सेट है, जो इसे दूसरी लहर के बाद उभरे अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक बना सकता है.
हालांकि, रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि आज उपलब्ध COVID-19 टीके अभी भी XEC से बचाव में प्रभावी होने चाहिए. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में जेनेटिक्स इंस्टीट्यूट के निदेशक फ्रेंकोइस बैलौक्स ने बीबीसी को बताया कि जबकि एक्सईसी को अन्य हालिया वेरिएंट की तुलना में "मामूली संचरण लाभ" है, उम्मीद है कि टीके मजबूत सुरक्षा प्रदान करते रहेंगे. कैलिफोर्निया में स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के निदेशक एरिक टोपोल ने लॉस एंजिल्स टाइम्स को बताया, "एक्सईसी अभी शुरू हो रहा है. इससे पहले कि यह एक महत्वपूर्ण लहर पैदा करे, इसमें कई सप्ताह या कुछ महीने लगेंगे." XEC संक्रमण के लक्षण पिछले COVID-19 वेरिएंट के समान हैं, जिनमें बुखार, गले में खराश, खांसी, गंध की हानि, भूख न लगना और शरीर में दर्द शामिल हैं. शोधकर्ता इसके लक्षणों और संभावित प्रभाव की बेहतर समझ हासिल करने के लिए एक्सईसी की नजदीकी निगरानी रख रहे हैं.
एएफपी के अनुसार, कोविड-19 की उत्पत्ति पर एक अध्ययन ने बृहस्पतिवार को इस सिद्धांत का समर्थन करते हुए नए सबूत प्रदान किए कि मनुष्यों ने पहली बार 2019 के अंत में एक चीनी बाजार में इस संक्रमित वायरस को जानवरों से पकड़ा था. पहला मामला 2019 के अंत में चीनी शहर वुहान में पाया गया था, लेकिन इस पर अब तक दो तर्क हैं. एक तो यह कि वायरस संबंधित वायरस का अध्ययन करने वाली वुहान लैब से लीक हुआ, जबकि दूसरा यह कि लोगों को स्थानीय बाजार में बेचे जा रहे एक संक्रमित जंगली जानवर से कोविड हुआ.
वैज्ञानिक समुदाय ने बाद वाले सिद्धांत का समर्थन किया है, लेकिन विवाद बढ़ता ही जा रहा है. सेल जर्नल में प्रकाशित अध्ययन वुहान के हुआनान सीफूड मार्केट में एकत्र किए गए 800 से अधिक नमूनों पर आधारित है, जहां माना जाता है कि जंगली स्तनधारी भी बिक्री के लिए होते थे. नमूने जनवरी 2020 में बाजार बंद होने के बाद एकत्र किए गए थे, और सीधे जानवरों या लोगों से नहीं बल्कि वन्यजीव बेचने वाले स्टालों की सतहों के साथ-साथ नालियों से भी लिए गए थे.
अध्ययन के सह-लेखक फ्लोरेंस डेबर्रे ने एएफपी को बताया, "इसका डाटा चीनी अधिकारियों द्वारा साझा किया गया था, इस प्रकार के डेटा से हम निश्चित रूप से नहीं कह सकते हैं कि जानवर (बाजार में) संक्रमित थे या नहीं." फ्रांस की सीएनआरएस अनुसंधान एजेंसी के जीवविज्ञानी ने कहा "हमारा अध्ययन पुष्टि करता है कि 2019 के अंत में इस बाजार में जंगली जानवर थे. विशेष रूप से रैकून कुत्ते और सिवेट जैसी प्रजातियों से संबंधित. और ये जानवर बाजार के दक्षिण-पश्चिम कोने में थे, जो एक ऐसा क्षेत्र भी है, जहां बहुत सारे SARS-CoV-2 वायरस थे, जो कि कोविड-19 का कारण बनते हैं."
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