[Brand Amp] लेखिका, कवयित्री और कलाकार प्रिया मलिक ने अपने बचपन के दौरान आदर्श सुंदरता और हाइट के मानकों से निपटने के अपने अनुभव के बारे में बताया. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमें सीखने के बजाय अशिक्षा पर ध्यान देना चाहिए. एक समाज के रूप में, हमें एक आदर्श प्रकार के रंग, शरीर के प्रकार और आकार के अपने लेंस को बदलने की जरूरत है."
It's time society takes notice of how ugly the quest for beauty really is.
Dove believes if we look beyond tall, slim and skin colour, we will discover a whole new world of beautiful.
Take the pledge to #StopTheBeautyTest