Coronavirus: कोरोनावायरस से जंग लड़ने में पूरा देश एक जुट हो गया है. तमाम देशवासी कोरोनावायरस के प्रकोप को कम करने के लिए सरकार की मदद के लिए सामने आ रहे हैं. एजुकेशन सेक्टर भी कोरोना से निपटने लिए अपना पूरा योगदान दे रहा है. देश की कई यूनिवर्सिटी कोरोनावायरस से निजात पाने के लिए सरकार को दान दे रही हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ ने भी पीएम केयर्स फंड में अपनी एक दिन की सैलरी दान करने का फैसला किया है.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वीसी ने कहा, "इस मुश्किल समय में देशवासियों और राष्ट्र के साथ खड़े होना हमारा कर्तव्य है." कोरोनावायारस महामारी के बारे में बात करते हुए प्रतिनिधियों ने कहा, "हमें उम्मीद है कि राष्ट्र जल्द ही इस संकट की घड़ी से बाहर निकलेगा और जल्द ही प्रगति और विकास की नई सुबह होगी."
IP University भी देगी दान
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी ( IP University) भी कोरोनावायरस से जंग में मदद के लिए सामने आई है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, IP यूनिवर्सिटी ने अपने सभी कर्मचारियों की एक दिन की सैलरी मिलाकर 11 लाख रुपये की रकम जमा की है. IP यूनिवर्सिटी 11 लाख रुपये की ये रकम पीएम केयर्स फंड में जमा करेगी.
IGNOU ने भी किया दान
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) के फैक्लटी मेंबर्स, स्टाफ समेत तमाम कर्मचारियों ने अपनी एक दिन की सैलरी कोरोनावायरस से जंग में सरकार को दान करने का फैसला किया है. IGNOU के वीसी प्रोफेसर नागेश्वर राव ने अपने एक बयान में बताया, "IGNOU फ्रेटरनिटी पूरी ईमानदारी से इस महामारी से लड़ने के लिए सरकार को अपना योगदान देती है. जनता के लिए काम करने वाली नेशनल यूनिवर्सिटी के तौर पर इस संकट की घड़ी में सरकार का समर्थन करना भी हमारा कर्तव्य है." बता दें कि कोरोनावायरस से जंग में IGNOU के रिटायर्ड कर्मचारी भी अपनी एक दिन की पेंशन दान में दे रहे हैं.
CBSE ने भी की सरकार की मदद
IGNOU से पहले सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने सभी टीचर्स की तरफ से 21 लाख रुपये पीएम केयर्स फंड में डोनेट करने का फैसला किया. ग्रुप ए के कर्मचारियों ने अपनी दो दिन की सैलरी डोनेट की है, जबकि ग्रुप बी और सी के एंप्लॉय ने अपनी एक दिन की सैलरी डोनेट की.
Coronavirus से लड़ने के लिए नौसेना ने तैयार की ये स्पेशल गन, जानिए इसकी कीमत और खासियत
Reported by: राजीव रंजन, Edited by: राहुल सिंहCoronavirus: मध्य प्रदेश में लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस ले रही 'भूतों' की मदद
Reported by: भाषालॉकडाउन में हुआ जुड़वां बच्चों का जन्म, माता-पिता ने बेटे का नाम रखा COVID, बेटी का Corona
Reported by: भाषा, Written by: मोहित चतुर्वेदीकेंद्र सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को पहले ही कह दिया है कि हमें समय-समय पर ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस से संबंधित अपडेट देते रहना चाहिए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि भारत का निगरानी नेटवर्क सतर्क बना हुआ है. देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौती का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है.
भारत में चीन के खतरनाक एचएमपीवी वायरस की एंट्री हो गई है, जिसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड में आ गया है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एचएमपीवी वायरस को लेकर आज बैठक बुलाई है. बता दें कि यूपी के प्रयागराज में इस महीने महाकुंभ मेला लग रहा है, जिसमें करोड़ों लोग जुटेंगे.
भारत में चीन का खतरनाक वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) पहुंच गया है. दो बच्चों में ये वायरस पाया गया है. फिलहाल इसकी कोई वैक्सीन नहीं है, लेकिन इसके लक्षण सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि एचएमपीवी वायरस चीन में हजारों लोगों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है. वहां हालात बेकाबू हो रहा हैं, अस्पतालों के बाहर मरीजों की भीड़ नजर आ रही है.
चीन का नया वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, जिसे एचएमपीवी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रकार का सामान्य श्वसन वायरस है, जो सभी उम्र के लोगों में फैल सकता है. इस वायरस का ज्यादा असर बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर होने की आशंका है. वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में अगर आप आते हैं तो आप भी इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं.
चार साल बाद एक बार फिर एक खतरनाक वायरस दुनिया में दहशत पैदा कर रहा है. इस वायरस का कनेक्शन भी चीन से है ऐसा कहा जाने लगा है. भारत समेत सभी देश चीन की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. WHO ने भी चीन से स्थिति की पूरी जानकारी मांगी है.