चीन में कोरोना वायरस संक्रमण की नई लहर ने दस्तक दे दी है. कोविड-19 की इस नई लहर के जून में पीके पर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि कोरोना की इस नई लहर की चपेट में एक सप्ताह में लगभग 6 करोड़ 50 लाख लोग आ सकते हैं. ऐसे में चीनी अधिकारी कोरोना वायरस की इस नई लहर से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन पर फोकस कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन के XBB वैरिएंट के चलते चीन में तेजी से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं.
द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन में कोरोना का XBB वैरिएंट एक बार फिर घातक साबित हो सकता है. एक्सबीबी, ओमिक्रोन के बीए.2.75 और बीजे.1 सब-वेरिएंट का हाइब्रिड है. ऐसा माना जाता है कि एक्सबीबी वैरिएंट बीए.2.75 की तुलना में अंधिक संक्रामक है. एक्सबीबी के स्पाइक प्रोटीन पर सात म्यूटेशन होते हैं. प्रतिरक्षा प्रणाली को एक्सबीबी को पहचानने में समय लगता है. इतना ही नहीं यह वैरिएंट इम्यून सेल को चकमा दे सकता है. ऐसे में ये वैरिएंट काफी घातक साबित हो सकता है.
चीन के विशेषज्ञों ने अप्रैल-मई महीने में कोरोना की नई लहर की आशंका पहले ही जता दी थी. हालांकि, ये अनुमान नहीं लगाया गया था कि इस नई लहर में हर सप्ताह 4 करोड़ लोग संक्रमित हो सकते हैं. इससे पहले साल 2020 में जब चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ था, तब राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पूरे देश में 'जीरो कोविड पॉलिसी' लागू कर दी थी.
भारत में कोरोना वायरस कंट्रोल में...
चीन में कोरोना वायरस संक्रमण की नई लहर के बीच भारत में कोविड-19 कंट्रोल में है. भारत में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 405 नए मामले सामने आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,49,87,339 हो गई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या 7,623 से घटकर 7,104 रह गई है. कोविड-19 से देश में कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 5,31,843 हो गई है. आंकड़ों के अनुसार, भारत में अभी तक कुल 4,44,48,392 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220,66,99,843 खुराक लगाई जा चुकी हैं. भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे.
ये भी पढ़ें :-
Coronavirus से लड़ने के लिए नौसेना ने तैयार की ये स्पेशल गन, जानिए इसकी कीमत और खासियत
Reported by: राजीव रंजन, Edited by: राहुल सिंहCoronavirus: मध्य प्रदेश में लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस ले रही 'भूतों' की मदद
Reported by: भाषालॉकडाउन में हुआ जुड़वां बच्चों का जन्म, माता-पिता ने बेटे का नाम रखा COVID, बेटी का Corona
Reported by: भाषा, Written by: मोहित चतुर्वेदीसुप्रीम कोर्ट ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आईएमए) की एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें रामदेव पर कोविड रोधी टीकाकरण अभियान और आधुनिक दवाओं के खिलाफ मुहिम चलाने का आरोप लगाया गया.
सन 2020 की गर्मियों में जब पूरी दुनिया कोरोनो वायरस महामारी के कारण ठहर गई थी. तब भारतीय मूल की डॉक्टर कुलविंदर कौर गिल ने सरकार की ओर से लगाए गए लॉकडाउन और टीकाकरण के आदेश के खिलाफ बात की थी. लेकिन उनके इस रुख के चलते उन्हें चिकित्सा संस्थानों की ओर से मुकदमों और एक्स (ट्विटर) के पिछले प्रबंधन द्वारा सेंसरशिप का सामना करना पड़ा.
पहले, एक दिन में COVID-19 के 750 मामले रिपोर्ट हो रहे थे, जो अब 200 के नीचे पहुंच गए हैं. वहीं एक्टिव मामले जो 4500 के करीब जा पहुंचे थे, अब 2800 के आसपास ही हैं.
WHO ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता कोरोना (Coronavirus JN.1) के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ा दी है. दुनियाभर में इसी वेरिएंट की मौजूदगी सबसे ज़्यादा पाई गई. वहीं संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होनो वालों की तादाद भी 42 % बढ़ गई.
अधिकारियों ने कहा कि देश में संक्रमण के मामले बढ़ने और जेएन.1 उपस्वरूप के मामलों की पुष्टि होने के बावजूद तत्काल चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि अधिकतर संक्रमित मरीजों ने घर पर रहकर उपचार का विकल्प चुना है और उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं.
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संतोष सुखदेव ने एक आधिकारिक आदेश में कहा, "जिले में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर कोविड-19 के प्रसार पर अंकुश पाने के लिए एहतियाती कदमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया जाता है."