भारत में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. देश में अबतक 918 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. जबकि 19 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में अभी इलाज के लिए वेंटिलेटर, मास्क से लेकर सैनिटाइजर तक की जरूरत है. ऐसे हालत में कई तरफ से मदद के हाथ भी उठने शुरु हो गये हैं. देश के जाने-माने उद्योगपति टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा ने ट्वीट कर टाटा ट्रस्ट्स की तरफ से 500 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है. टाटा संस ने भी अतिरिक्त 1000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. इस तरह टाटा समूह की तरफ से इस महामारी से लड़ने के लिए कुल 1500 करोड़ रुपये का योगदान दिया जा रहा है.
रतन टाटा ने ट्वीट कर कहा है," इस दौड़ में COVID 19 संकट सबसे कठिन चुनौतियों में से एक है. टाटा समूह की कंपनियां हमेशा ऐसे समय में देश की जरूरत के साथ खड़ी हुई है. इस समय देश को हमारी जरूरत अधिक है."
The COVID 19 crisis is one of the toughest challenges we will face as a race. The Tata Trusts and the Tata group companies have in the past risen to the needs of the nation. At this moment, the need of the hour is greater than any other time. pic.twitter.com/y6jzHxUafM
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) March 28, 2020
गौरतलब है कि अमेरिका ने भी कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने में मदद करने के मकसद से भारत समेत 64 देशों को 17.4 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देने की शुक्रवार को घोषणा की थी. इस राशि में से 29 लाख डॉलर मदद के तौर पर भारत को दिए जांएगे. यह फरवरी में अमेरिका की ओर से घोषित 10 करोड़ डॉलर की मदद के अलावा है. फिलहाल घोषित की गई नयी राशि रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र (सीडीसी) समेत विभिन्न विभागों एवं एजेंसियों के विशाल अमेरिकी वैश्विक प्रतिक्रिया पैकेज का हिस्सा है. यह वित्तीय मदद वैश्विक महामारी के खतरे का सामना कर रहे सबसे ज्यादा जोखिम वाले 64 देशों के लिए है.
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Reported by: भाषा, Written by: मोहित चतुर्वेदीकेंद्र सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को पहले ही कह दिया है कि हमें समय-समय पर ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस से संबंधित अपडेट देते रहना चाहिए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि भारत का निगरानी नेटवर्क सतर्क बना हुआ है. देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौती का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है.
भारत में चीन के खतरनाक एचएमपीवी वायरस की एंट्री हो गई है, जिसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड में आ गया है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एचएमपीवी वायरस को लेकर आज बैठक बुलाई है. बता दें कि यूपी के प्रयागराज में इस महीने महाकुंभ मेला लग रहा है, जिसमें करोड़ों लोग जुटेंगे.
भारत में चीन का खतरनाक वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) पहुंच गया है. दो बच्चों में ये वायरस पाया गया है. फिलहाल इसकी कोई वैक्सीन नहीं है, लेकिन इसके लक्षण सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि एचएमपीवी वायरस चीन में हजारों लोगों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है. वहां हालात बेकाबू हो रहा हैं, अस्पतालों के बाहर मरीजों की भीड़ नजर आ रही है.
चीन का नया वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, जिसे एचएमपीवी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रकार का सामान्य श्वसन वायरस है, जो सभी उम्र के लोगों में फैल सकता है. इस वायरस का ज्यादा असर बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर होने की आशंका है. वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में अगर आप आते हैं तो आप भी इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं.
चार साल बाद एक बार फिर एक खतरनाक वायरस दुनिया में दहशत पैदा कर रहा है. इस वायरस का कनेक्शन भी चीन से है ऐसा कहा जाने लगा है. भारत समेत सभी देश चीन की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. WHO ने भी चीन से स्थिति की पूरी जानकारी मांगी है.