देश में जारी कोरोना (Coronavirus) संकट के बीच सरकार ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के ग्राहकों को एक सुविधा मुहैया कराई है. बीएसएनल के ग्राहकों का प्रीपेड नंबर 20 अप्रैल तक चलता रहेगा, चाहे आपकी वैलिडिटी क्यों न खत्म हो गई हो. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, 'भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के प्रीपेड सिम को 20 अप्रैल तक बंद नहीं किया जाएगा. आउटगोइंग कॉल के लिए सरकार आज आज 10 रुपये का रिचार्ज भी करेगी.
#WATCH Union Minister Ravi Shankar Prasad says, "Prepaid sims of Bharat Sanchar Nigam Limited (BSNL) will not be discontinued till 20th April. For outgoing calls, a Rs 10 incentive has been provided automatically from today, so that poor people & needy people continue to work". pic.twitter.com/8Tmv7b3ZzF
— ANI (@ANI) March 30, 2020
बता दें कि देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अब तक कोरोनावायरस संक्रमण के कुल 1071 मामले सामने आए हैं. इस बीमारी से अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, थोड़ी राहत वाली बात यह है कि 100 मरीज अब तक इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं. कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार लॉकडाउन (Lockdown), सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) समेत हर संभव कदम उठा रही है.
बता दें कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने एक दिन पहले दूरसंचार कंपनियों से अपील की थी कि वे प्रवासी श्रमिकों को एक माह के लिए अपनी सेवाएं नि:शुल्क मुहैया कराएं ताकि गरीब श्रमिक अपने प्रियजनों से संपर्क कर सकें. प्रियंका ने एयरटेल प्रमुख सुनील भारती मित्तल, रिलायंस प्रमुख मुकेश अंबानी और बीएसएनएल एवं वोडाफोन के प्रमुखों को अलग-अलग लिखे पत्रों में खाना, दवा एवं आश्रय से वंचित उन लाखों प्रवासी मजदूरों की स्थिति को रेखांकित किया जो अपने गृहराज्यों की ओर पैदल जा रहे हैं. प्रियंका गांधी ने कहा कि बड़ी संख्या में गरीब प्रवासी श्रमिक अपने गृहनगर जाने के लिए सैंकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं, उनके पास फोन रिचार्ज कराने के लिए पैसे नहीं हैं और वे अपने संबंधियों से बात या संपर्क नहीं कर सकते, ऐसे में दूरसंचार कंपनियां हालात में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि वह उन लाखों प्रवासी मजदूरों के मानवाधिकारों को रेखांकित करने के लिए पत्र लिख रही हैं जो भूखे-प्यासे हैं और अपने घरों तक पहुंचने के लिए अनेक समस्याओं से जूझ रहें हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि संकट के इस समय में देश के लोगों की मदद करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है.' प्रियंका ने कहा, 'मैं आपसे एक माह के लिए मोबाइल सेवाएं नि:शुल्क मुहैया कराने का अनुरोध करती हूं ताकि ये पुरुष एवं महिलाएं अपने प्रियजनों से आसानी से संपर्क कर सकें और उन्हें जीवन के इस मुश्किल समय में उनसे बात करने में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.'
(इनपुट: भाषा से भी)
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Reported by: भाषा, Written by: मोहित चतुर्वेदीकेंद्र सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को पहले ही कह दिया है कि हमें समय-समय पर ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस से संबंधित अपडेट देते रहना चाहिए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि भारत का निगरानी नेटवर्क सतर्क बना हुआ है. देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौती का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है.
भारत में चीन के खतरनाक एचएमपीवी वायरस की एंट्री हो गई है, जिसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड में आ गया है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एचएमपीवी वायरस को लेकर आज बैठक बुलाई है. बता दें कि यूपी के प्रयागराज में इस महीने महाकुंभ मेला लग रहा है, जिसमें करोड़ों लोग जुटेंगे.
भारत में चीन का खतरनाक वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) पहुंच गया है. दो बच्चों में ये वायरस पाया गया है. फिलहाल इसकी कोई वैक्सीन नहीं है, लेकिन इसके लक्षण सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि एचएमपीवी वायरस चीन में हजारों लोगों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है. वहां हालात बेकाबू हो रहा हैं, अस्पतालों के बाहर मरीजों की भीड़ नजर आ रही है.
चीन का नया वायरस ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस, जिसे एचएमपीवी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रकार का सामान्य श्वसन वायरस है, जो सभी उम्र के लोगों में फैल सकता है. इस वायरस का ज्यादा असर बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर होने की आशंका है. वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में अगर आप आते हैं तो आप भी इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं.
चार साल बाद एक बार फिर एक खतरनाक वायरस दुनिया में दहशत पैदा कर रहा है. इस वायरस का कनेक्शन भी चीन से है ऐसा कहा जाने लगा है. भारत समेत सभी देश चीन की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. WHO ने भी चीन से स्थिति की पूरी जानकारी मांगी है.