कोरोना वैश्विक महामारी से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने पूरे देशवासियों से 21 दिन घर पर रहने व सोशल डिस्टेंस रखने का आह्वान किया है. इसके लिए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन पर भी रखा गया है, लेकिन इन सबके बीच लगभग रोजाना ऐसी तस्वीरें निकल कर सामने आ रही हैं, जिसमे कुछ गैर-जिम्मेदार लोग घरों से बेवजह बाहर निकल कर अपनी व अपने संपर्क में आने वालों की जान जोखिम में डाल रहे हैं. यहां तक कि उनकी सुरक्षा में लगे डॉक्टर व पुलिस कर्मियों पर हमले भी कर रहे हैं.
नन्हें मोहनीश की मां पुलिसकर्मी हैं, वो आपसे अपील कर रहे हैं, मां ड्यूटी पर हैं #Lockdown21 में आप घर पर रहें! @narendramodi@PMOIndia@drhiteshbajpai@drharshvardhan@ndtvindia@BJP4India@drramansingh@bhupeshbaghel@RahulGandhipic.twitter.com/qE44wdwNF1
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) April 3, 2020
ऐसे में छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से एक छोटे से बच्चे की मार्मिक अपील सामने आई है, जिसमें बच्चा हाथ में एक पोस्टर पकड़े हुए है जिसपर लिखा हुआ है कि 'आप लोगों के लिए मेरी मम्मी घर से बाहर हैं आप लोग अपने परिवार के लिए घर से बाहर मत निकलो." बच्चे का नाम मोहनीश सलाम है, जिसकी उम्र महज 3 साल है. मोहनीश की मां पुलिस विभाग में एसआई के पद पर कार्यरत हैं और उनका नाम गुनेश्वरी नरेटी है जो फिलहाल जगदलपुर के कोतवाली थाने में पदस्त हैं.
कोरोना की वजह से आज अपनी जान जोखिम में डालकर भी पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी करनी पड़ रही है, जिससे कि देश व समाज सुरक्षित रह सके. ऐसे में इस तीन साल के मासूम बच्चे की अपील सभी को भावुक कर रही है.
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सन 2020 की गर्मियों में जब पूरी दुनिया कोरोनो वायरस महामारी के कारण ठहर गई थी. तब भारतीय मूल की डॉक्टर कुलविंदर कौर गिल ने सरकार की ओर से लगाए गए लॉकडाउन और टीकाकरण के आदेश के खिलाफ बात की थी. लेकिन उनके इस रुख के चलते उन्हें चिकित्सा संस्थानों की ओर से मुकदमों और एक्स (ट्विटर) के पिछले प्रबंधन द्वारा सेंसरशिप का सामना करना पड़ा.
पहले, एक दिन में COVID-19 के 750 मामले रिपोर्ट हो रहे थे, जो अब 200 के नीचे पहुंच गए हैं. वहीं एक्टिव मामले जो 4500 के करीब जा पहुंचे थे, अब 2800 के आसपास ही हैं.
WHO ने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता कोरोना (Coronavirus JN.1) के नए JN.1 वेरिएंट ने बढ़ा दी है. दुनियाभर में इसी वेरिएंट की मौजूदगी सबसे ज़्यादा पाई गई. वहीं संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होनो वालों की तादाद भी 42 % बढ़ गई.
अधिकारियों ने कहा कि देश में संक्रमण के मामले बढ़ने और जेएन.1 उपस्वरूप के मामलों की पुष्टि होने के बावजूद तत्काल चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि अधिकतर संक्रमित मरीजों ने घर पर रहकर उपचार का विकल्प चुना है और उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं.
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी संतोष सुखदेव ने एक आधिकारिक आदेश में कहा, "जिले में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर कोविड-19 के प्रसार पर अंकुश पाने के लिए एहतियाती कदमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया जाता है."