केंद्र सरकार ने 21 जून को योग दिवस के मौके पर सूर्य नमस्कार करने की जो अनिवार्यता रखी थी उसे अब समाप्त कर दिया गया है। साथ ही, अब योग दिवस के दिन इस आसन को करना भी नहीं पड़ेगा।
इस महीने की 21 तारीख को दुनिया भर में मनाए जाने वाले पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को सफल बनाने के प्रयास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग के विभिन्न आसनों के बारे में ट्वीट के जरिये जानकारी देनी शुरू की है।
सिंगापुर 21 जून को देश में करीब 50 स्थानों पर 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' के पहले संस्करण की मेजबानी करेगा। इस महाआयोजन में भाग लेने वाले सिंगापुर के प्रतिभागी ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं।
21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर भारत सरकार ने व्यापक तैयारी कर रखी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने करीब 25 अलग-अलग आसनों की एक सीडी तैयार की है जिसे देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जा रहा है। मकसद दुनिया भर में योग के प्रचार-प्रसार का है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि देश भर के 13 लाख एनसीसी कैडेट 21 जून यानी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर एक साथ एक ही समय योग करें और विश्व रिकॉर्ड बनाएं।
योग एक विचार प्रणाली है। आज जिस तरह से धर्म का एक संगठित रूप बना है और उस संगठित रूप की पहचान राजनीति तरीके से होने लगी है, योग इसमें फिट नहीं बैठता है। वर्ना योग भी कर्मकांडों से भरा रहता। मगर यह खुद से साक्षात्कार का ज़रिया है।
योग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतरराष्ट्रीय मुहिम रंग लाई है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के उनके प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। अब हर साल 21 जून को विश्व अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वैश्विक नेताओं से कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए एक तिथि का चुनाव करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि योग जीवनशैली में बदलाव और चेतना पैदा करके जलवायु परिवर्तन से निपटने में हमारी मदद कर सकता है।